BY: Yoganand Shrivastava
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (यूनाइटेड) ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में 57 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। खास बात यह है कि इसमें चार ऐसे विधानसभा क्षेत्र भी हैं, जिन पर लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग) दावा कर रही थी। सूत्रों के मुताबिक, कई दौर की बातचीत के बावजूद जेडीयू ने अपने “मजबूत क्षेत्रों” को छोड़ने से इनकार कर दिया। पार्टी ने इन सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं, जिससे एनडीए गठबंधन में मतभेदों के संकेत और गहरे हो गए हैं।
मुख्य उम्मीदवार:
- रत्नेश सदा – सोनबरसा
- विद्याशागर निषाद – मुरवा
- धूमल सिंह – एकमा
- कौशल किशोर – राजगीर
- नरेंद्र नारायण यादव – आलमनगर
- निरंजन कुमार मेहता – बिहारीगंज
- रमेश ऋषि देव – सिंगेश्वर
- कविता साहा – मधेपुरा
- गंदेश्वर शाह – महिषी
- अतीरेक कुमार – कुशेश्वरस्थान
Janata Dal United (JDU) releases the first list of candidates for the Bihar Assembly Elections. pic.twitter.com/Zb2G7PZvv0
— ANI (@ANI) October 15, 2025
सूत्रों के अनुसार, कुशेश्वरस्थान से अतीरेक कुमार को टिकट दिया गया है, जिन्होंने अमन भूषण हजारी की जगह ली है। वहीं बारबिघा से उम्मीदवार सुदर्शन का टिकट वापस ले लिया गया है, हालांकि वहां नया नाम अभी तय नहीं किया गया है। मंत्री विजय कुमार चौधरी को सराय रंजन सीट से उम्मीदवार बनाया गया है, जो पार्टी की चुनावी रणनीति में उनके अहम रोल को दर्शाता है।जानकारों का कहना है कि जेडीयू का यह कदम चिराग पासवान के साथ सीट बंटवारे के समझौते को दरकिनार करने जैसा है। पार्टी ने यह कदम अपने कोर वोट बैंक की सुरक्षा और संगठनात्मक मजबूती के लिए उठाया है।
इधर, चिराग पासवान की पार्टी को फिलहाल भाजपा के दो क्षेत्रों गोविंदगंज और ब्रहमपुर पर टिकट मिला है। ब्रहमपुर से हुलास पांडेय को पार्टी का प्रतीक चिन्ह मिला है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जेडीयू की इस चाल से बिहार की एनडीए गठबंधन राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है। आने वाले दिनों में सीटों को लेकर स्थिति और स्पष्ट हो सकती है।