रिपोर्ट- विजय नंदन
क्या आपको लगता है कि यूरिक एसिड बढ़ने का असर सिर्फ जोड़ों तक सीमित होता है? अगर हां, तो आप गलत सोच रहे हैं। असल में शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा ज्यादा होने पर इसका असर आपकी त्वचा पर भी नज़र आने लगता है। कई लोग इन शुरुआती संकेतों को अनदेखा कर देते हैं, जो आगे चलकर गंभीर दिक्कत का कारण बन सकते हैं।
- त्वचा के नीचे सख्त गांठें
यूरिक एसिड बढ़ने का सबसे आम लक्षण है – त्वचा के नीचे छोटी-छोटी कठोर गांठों का बनना। ये आमतौर पर कान, उंगलियों, कोहनी और एड़ी के पास दिखाई देती हैं। कई बार इनमें हल्का दर्द भी हो सकता है। अगर गांठ बड़ी हो जाए तो इससे सफेद पाउडर जैसा पदार्थ भी निकल सकता है।
- त्वचा का रंग बदलना
यूरिक एसिड क्रिस्टल जब जोड़ों के आसपास जमा होते हैं, तो उस हिस्से की त्वचा लाल या बैंगनी हो सकती है। प्रभावित जगह सूजी हुई, गर्म और चमकदार भी दिख सकती है। यह संकेत साफ बताता है कि शरीर के अंदर कुछ गड़बड़ है।
- लाल या बैंगनी धब्बे
कभी-कभी यूरिक एसिड का असर त्वचा पर धब्बों के रूप में भी दिखता है। खासतौर पर जोड़ों के आसपास लाल या नीले-भूरे धब्बे उभर सकते हैं। इन्हें हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है।
- त्वचा में खुजली
यूरिक एसिड लेवल ज्यादा होने पर त्वचा में जलन और खुजली की समस्या भी हो सकती है। इसका कारण है – क्रिस्टल का त्वचा की ऊपरी परतों में जमा होना। अगर आपको लंबे समय तक लगातार खुजली बनी रहती है, तो जांच कराना जरूरी है।
- घाव भरने में देर लगना
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से सूजन बढ़ जाती है, जिसका असर हीलिंग प्रोसेस पर पड़ता है। ऐसे में छोटे-मोटे घाव भी जल्दी नहीं भरते। अगर घाव सामान्य से ज्यादा समय ले रहे हैं तो यह यूरिक एसिड हाई होने का संकेत हो सकता है।
ध्यान देने वाली बात
यूरिक एसिड को केवल जोड़ों के दर्द से जोड़ना सही नहीं है। इसके लक्षण त्वचा पर भी साफ दिखने लगते हैं। इसलिए अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही खानपान, पर्याप्त पानी और हेल्दी लाइफस्टाइल से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। याद रखें – समय पर पहचान और इलाज गंभीर बीमारियों से बचा सकता है।

यूरिक एसिड बढ़ने के ये 9 कारण, जानें कैसे रखें इसे कंट्रोल
यूरिक एसिड का लेवल बढ़ना आजकल एक आम समस्या बन चुका है। कई लोग इसे सिर्फ खानपान से जोड़ते हैं, लेकिन असल में हमारी आदतें और लाइफस्टाइल भी इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है तो यह न केवल जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनता है, बल्कि कई बार गंभीर बीमारियों की वजह भी बन सकता है। आइए जानते हैं किन कारणों से यूरिक एसिड बढ़ता है और इसे कंट्रोल करने के आसान तरीक
यूरिक एसिड बढ़ने के मुख्य कारण
- शरीर की कम एक्टिविटी: शारीरिक गतिविधियां कम होने से यूरिक एसिड लेवल तेजी से बढ़ सकता है। लंबे समय तक बैठे रहना या बहुत आलसी लाइफस्टाइल इस समस्या को और बढ़ा देता है।
- डाइट में ज्यादा प्रोटीन: प्रोटीन सेहत के लिए जरूरी है, लेकिन जरूरत से ज्यादा प्रोटीन का सेवन यूरिक एसिड को बढ़ा देता है। खासकर नॉनवेज और दालों का अधिक सेवन इसका कारण बन सकता है।
- बहुत कम फैट वाली डाइट: अक्सर लोग स्लिम रहने के चक्कर में तेल-घी पूरी तरह छोड़ देते हैं। जबकि शरीर को “गुड फैट” की भी जरूरत होती है। बहुत कम फैट वाला खाना भी यूरिक एसिड लेवल बढ़ा सकता है।
- स्लो मेटाबॉलिज्म: जब शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है तो यूरिक एसिड बाहर निकलने की बजाय शरीर में जमा होने लगता है। यही वजह है कि मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखना जरूरी है।
- कमजोर गट हेल्थ: अगर आपका गट हेल्दी नहीं है तो शरीर की डाइजेशन प्रोसेस प्रभावित होती है। इसका सीधा असर यूरिक एसिड लेवल पर भी पड़ता है।
- कम पानी पीना: शरीर को पर्याप्त पानी न मिलने पर यूरिनरी सिस्टम ठीक से काम नहीं कर पाता। रोज 3-4 लीटर पानी पीने से यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
- नींद का खराब रूटीन: देर रात तक जागना और सुबह देर से उठना भी यूरिक एसिड लेवल बढ़ा सकता है। सही समय पर सोना और 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।
- लिवर की कमजोरी: फैटी लिवर या लिवर में किसी तरह की गड़बड़ी भी यूरिक एसिड के बढ़ने की बड़ी वजह बन सकती है।
- रात का भारी भोजन: रात में ज्यादा हैवी डिनर करने से डाइजेशन पर असर पड़ता है और शरीर यूरिक एसिड को सही ढंग से बाहर नहीं निकाल पाता।
ऐसे करें कंट्रोल: अगर आप यूरिक एसिड को कंट्रोल करना चाहते हैं तो इन आदतों को सुधारना बेहद जरूरी है।
- रात का खाना हल्का रखें और सोने से 2-3 घंटे पहले खा लें।
- दिनभर पर्याप्त पानी पिएं।
- नियमित एक्सरसाइज और वॉक को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
- सही समय पर सोएं और सुबह समय पर उठें।
- लिवर और गट हेल्थ का खास ध्यान रखें।