REPORT- RAJKUMAR
BY- ISA AHMAD
रेवाड़ी नगर परिषद की बैठक सोमवार को भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच बवाल का मंच बन गई। अधिकांश पार्षदों ने सीसी रोड निर्माण, नालों की सफाई और सार्वजनिक शौचालयों की दुर्दशा जैसे मुद्दों पर जमकर आवाज बुलंद की और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
सीसी रोड निर्माण पर उठे सवाल
पार्षदों ने बताया कि कुछ माह पूर्व ही बनी सीसी रोड अब टूटने लगी है। यहां तक कि चेयरपर्सन पूनम यादव के आवास के बाहर बनी रोड भी धंस गई। जिला सचिवालय के सामने बनी सड़क भी कुछ माह में ही जर्जर हो गई। पार्षदों ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का साफ संकेत है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नालों की सफाई और भ्रष्टाचार के आरोप
नई वाली चौक स्थित सती कॉलोनी के नालों की सफाई न होने का मुद्दा भी जोर-शोर से उठाया गया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि सफाई के नाम पर भारी भ्रष्टाचार हुआ है, लेकिन धरातल पर कोई काम नजर नहीं आता।
सार्वजनिक शौचालयों की दुर्दशा
बैठक में शहर के सार्वजनिक शौचालयों का मुद्दा भी गूंजा। कार्यकारी अधिकारी सुशील भुक्कल ने साफ कहा कि उन्होंने करीब दो दर्जन नगर निकायों में काम किया है, लेकिन रेवाड़ी नगर परिषद जैसी बदहाल स्थिति कहीं नहीं देखी। उन्होंने खुलासा किया कि परिषद के अपने शौचालय तक साफ-सुथरे नहीं हैं और हालात बेहद बुरे हैं।
चेयरपर्सन और अधिकारियों में जुबानी जंग
चेयरपर्सन पूनम यादव ने पार्षदों के आरोपों पर कहा कि आरोप लगाना आसान है, लेकिन भ्रष्टाचार साबित करना होगा। उन्होंने बताया कि सीसी रोड निर्माण में गड़बड़ी की जांच कराई जा रही है और दोषी ठेकेदारों का भुगतान रोक दिया गया है। वहीं कार्यकारी अधिकारी के बयान पर उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे चार माह से परिषद में कार्यरत हैं, ऐसे में सुधार की जिम्मेदारी उनकी भी बनती है।
अधिकारी और तकनीकी शाखा पर भी सवाल
ईओ सुशील भुक्कल ने कहा कि उन्होंने कई बार इंजीनियरिंग विभाग और तकनीकी शाखा को पत्र लिखकर सुधार की मांग की, लेकिन बहानेबाजी होती रही। बारिश में सड़क निर्माण कराना और गुणवत्ताहीन कार्य करना नगर परिषद पर सवालिया निशान लगाता है।