रिपोर्ट- दुष्येंद्र कुमार, एडिट- विजय नंदन
बरेली: शहर में हाल ही में हुए उपद्रव और तनावपूर्ण घटनाओं के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया। सोमवार को जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने मौलाना तौकीर रजा खान के करीबी माने जाने वाले मोहसिन रजा के सर्विस स्टेशन पर कार्रवाई की। इस दौरान बुलडोज़र का इस्तेमाल कर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया।
सिर्फ यही नहीं, बानखाना क्षेत्र के रजा चौक पर अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शा चार्जिंग केंद्र को भी नगर निगम की टीम ने पुलिस सुरक्षा के बीच ध्वस्त किया। इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया, वहीं स्थानीय लोगों में राहत की भावना भी देखने को मिली।

प्रशासन ने साफ कहा कि शहर में किसी भी अवैध कब्जे या गैरकानूनी गतिविधियों को बख्शा नहीं जाएगा और भविष्य में भी इस तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
मुख्य बिंदु:
- मोहसिन रजा के सर्विस स्टेशन पर बुलडोज़र चलाया गया।
- बानखाना क्षेत्र के ई-रिक्शा चार्जिंग प्वाइंट को ध्वस्त किया गया।
- प्रशासन ने अवैध कब्जों और अवैध धंधों पर शिकंजा कसने का संदेश दिया।
- स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई को स्वागत योग्य बताया।
इस कार्रवाई के बाद इलाके में प्रशासन की दृढ़ता और कानून के प्रति गंभीर रवैये का संदेश स्पष्ट रूप से देखा गया।
मौलाना तौकीर रजा खान क्यों सरकार के निशाने पर है
मौलाना तौकीर रजा खान पर बरेली में विभिन्न आरोप लगाए गए हैं, जो मुख्य रूप से उनकी धार्मिक और राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े हैं। रिपोर्ट्स और स्थानीय मीडिया कवरेज के अनुसार मुख्य आरोप इस प्रकार हैं:
- उपद्रव और सांप्रदायिक तनाव
- तौकीर रजा के नेतृत्व या उनके करीबी लोगों से जुड़े घटनाओं में उपद्रव और तनाव फैलाने के आरोप लग चुके हैं।
- शहर के कुछ इलाकों में हुए सांप्रदायिक झगड़ों और हिंसक घटनाओं में उनका नाम जुड़ा रहा है।
- अवैध कब्जा और निर्माण
- उनके करीबी लोगों के नाम पर अवैध निर्माण और कब्जे करने की घटनाएं सामने आई हैं। जैसे मोहसिन रजा के सर्विस स्टेशन और ई-रिक्शा चार्जिंग पॉइंट पर प्रशासन ने बुलडोज़र चला कर कार्रवाई की।
- आरोप है कि उनके प्रभाव का उपयोग करके अवैध संपत्ति और व्यावसायिक केंद्र बनाए गए।
- राजनीतिक दबाव और हिंसक गतिविधियों में कथित संलिप्तता
- स्थानीय प्रशासन और विपक्षी नेताओं का आरोप है कि तौकीर रजा और उनके करीबी राजनीतिक रूप से प्रभावशाली होकर नियमों के उल्लंघन में शामिल हैं।
- सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर असर
- उनके इवेंट्स या आंदोलन शहर में कानून-व्यवस्था को प्रभावित करने वाले माने जाते हैं।
इन आरोपों की जांच प्रशासन और पुलिस द्वारा समय-समय पर की जा रही है। हालांकि, मौलाना तौकीर रजा ने कई बार इन आरोपों को खारिज किया है और उनका कहना है कि उनके खिलाफ यह राजनीतिक और सामाजिक साजिश है।