रिपोर्टर: फरहान खान,EDIT BY: MOHIT JAIN
हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना राणौत से जुड़े विवादित मामले में आज न्यायालय अपना फैसला सुनाने जा रहा है। यह मामला राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और किसानों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी को लेकर उत्पन्न हुआ था।
इस प्रकरण में वादी के अधिवक्ता ने एमपी/एमएलए कोर्ट में मामला खारिज होने के बाद रिवीजन जिला जज के समक्ष दायर किया था। दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के बीच लंबी बहस हुई और अब न्यायालय निर्णय लेगा कि रिवीजन स्वीकार की जाएगी या नहीं।
मामला और प्रक्रिया

- वादी अधिवक्ता ने प्रारंभिक न्यायालय के निर्णय के खिलाफ रिवीजन दायर किया।
- अदालत में दोनों पक्षों के वकीलों ने अपने-अपने तर्क रखे।
- आज का फैसला तय करेगा कि आगे की कानूनी प्रक्रिया संभव होगी या मामला यहीं समाप्त होगा।
विवाद का महत्व
यह प्रकरण केवल सांसद और अभिनेत्री कंगना राणौत तक सीमित नहीं है। इससे जुड़े मुद्दे राष्ट्रपिता और किसानों की छवि से जुड़े होने के कारण सामाजिक और राजनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण हैं।
अदालत के फैसले से न केवल इस मामले की दिशा तय होगी, बल्कि भविष्य में ऐसी टिप्पणियों के कानूनी परिणामों पर भी स्पष्टता आएगी।
20 सितंबर को वादी और विपक्षी दोनों पक्षों की ओर से अदालत में मौखिक बहस पेश की गई थी। इससे पहले, दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी लिखित दलीलें अदालत में प्रस्तुत की थीं। अदालत ने सभी बहसें सुनने के बाद अपना आदेश सुनाने के लिए 30 सितंबर की तिथि निर्धारित की।