BY: Yoganand Shrivastava
ग्वालियर: शनिवार को हुए एक सनसनीखेज़ हत्याकांड ने पूरे शहर को दहला दिया। आरोपी पति अरविंद परिहार ने अपनी पत्नी नंदिनी केवट को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया। चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान अरविंद ने मुस्कुराते हुए कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। उसने पुलिस को बताया, “अब रोज़-रोज़ की किच-किच से छुटकारा मिल गया। बस अफसोस इतना है कि उसने मेरे सामने दम नहीं तोड़ा।”
हत्या की वजह बनी सोशल मीडिया पोस्ट और रिश्तों में तनाव
पुलिस जांच में सामने आया कि नंदिनी ने चार दिन पहले अपने बॉयफ्रेंड अंकुश पाठक के बर्थडे का वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया था। यह वीडियो देखने के बाद अरविंद गुस्से से बेकाबू हो गया। 12 सितंबर को नंदिनी, अंकुश के साथ एसपी ऑफिस से शिकायत दर्ज कर लौट रही थी। उसी दौरान रूप सिंह क्रिकेट स्टेडियम के पास अरविंद ने रास्ता रोककर कट्टे से ताबड़तोड़ पांच फायर किए। इनमें से चार गोलियां नंदिनी को लगीं। गंभीर रूप से घायल नंदिनी को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना का लाइव प्रसारण
हत्या के बाद भी अरविंद का हैरान करने वाला रवैया जारी रहा। पत्नी के सड़क पर तड़पते हुए होने के बावजूद उसने हाथ में कट्टा लेकर फेसबुक पर लाइव वीडियो प्रसारित किया। इसमें वह कहता दिखा, “इसने मुझ पर झूठे केस करवाए हैं, कई लड़कों से इसके संबंध हैं। मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है।”
सोशल मीडिया से शुरू हुआ रिश्ता, नफरत तक पहुंचा
अरविंद परिहार ने पुलिस को बताया कि साल 2022 में वह नंदिनी से एक ब्यूटी पार्लर में मिला था। दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को फॉलो करना शुरू किया और धीरे-धीरे प्यार परवान चढ़ा। 2023 में दोनों ने शादी कर ली। उस समय नंदिनी को पता था कि अरविंद शादीशुदा है, वहीं अरविंद भी जानता था कि नंदिनी तलाकशुदा है।
शादी के बाद रिश्ते बिगड़ने लगे। नंदिनी को अरविंद के आपराधिक रिकॉर्ड का पता चला, जबकि अरविंद को नंदिनी के अन्य रिश्तों की जानकारी मिली। इसके बाद दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को बदनाम करना शुरू कर दिया।
आरोपी का पारिवारिक और राजनीतिक बैकग्राउंड
ग्वालियर जिले के पिछोर क्षेत्र के पुट्ठी गांव का रहने वाला अरविंद परिहार 60 बीघा ज़मीन वाले किसान परिवार से ताल्लुक रखता है। उसकी पहली पत्नी और दो बच्चे डबरा में रहते हैं। अरविंद राजनीति में भी सक्रिय रह चुका है और खुद को सोशल मीडिया पर जिला पंचायत सदस्य बताता था।
पोस्टमॉर्टम और शव को लेकर विवाद
13 सितंबर को नंदिनी का पोस्टमॉर्टम हुआ। उसके पिता बृजमोहन ने शव लेने से इनकार कर दिया, यह कहकर कि ससुराल पक्ष उसे ले जाए। लेकिन अरविंद के परिवार ने भी इससे इंकार कर दिया। नियमों के तहत पुलिस ने समझाइश देकर शव पिता को सौंपा।
पुलिस रिमांड पर आरोपी
पुलिस ने अरविंद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 15 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस हत्या में इस्तेमाल किए गए 315 बोर के कट्टे की जांच कर रही है और आरोपी के सोशल मीडिया पोस्ट्स को भी खंगाला जा रहा है।