BY: Yoganand Shrivastva
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयानों पर तीखा हमला बोला। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के “हाइड्रोजन बम” वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी की बातों को समझने के लिए “कई तरह के एंटीना खोलने पड़ते हैं।”
राहुल गांधी पर व्यंग्य
रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,
“राहुल गांधी को सुनने के बाद उनकी बातें समझने के लिए कई एंटीना खोलने पड़ते हैं। वे कभी कहते हैं कि उन्होंने एटम बम फोड़ा है और अब हाइड्रोजन बम फोड़ेंगे। उनका कर्नाटक का एटम बम तो दिवाली का पटाखा भी नहीं निकला। कभी वे कहते हैं कि तपस्या करने से गर्मी होती है। ऐसे बयानों का चुनाव से क्या संबंध है, यह समझना मुश्किल है।”
उन्होंने विपक्ष के नेता के पद की गरिमा का हवाला देते हुए राहुल गांधी पर गंभीरता की कमी का आरोप लगाया।
विपक्ष पर आरोप
प्रसाद ने कहा कि विपक्ष जनता के बीच भ्रम फैलाने का काम कर रहा है। उन्होंने दावा किया कि 2024 के चुनावों में कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने यह प्रचार किया कि भाजपा संविधान बदलने वाली है, लेकिन जनता ने उन्हें हर जगह हराया। उन्होंने कहा, “हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली के बाद अब बिहार भी कांग्रेस को सबक सिखाएगा।”
चुनाव आयोग और EVM पर बयान
भाजपा नेता ने राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं द्वारा EVM और चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि बैलेट पेपर पर लौटने की मांग “हताशा” का संकेत है।
“बिहार में कभी बूथ कैप्चरिंग होती थी। चुनाव आयोग और EVM की वजह से यह प्रथा खत्म हुई। विपक्ष इसलिए विरोध कर रहा है क्योंकि अब वे बूथ कैप्चरिंग नहीं कर सकते।”
राहुल गांधी से तीन सवाल
रविशंकर प्रसाद ने चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के आरोपों को चुनौती देते हुए उनसे तीन सवाल पूछे:
- 21 लाख मृत लोगों के नाम मतदाता सूची में क्यों बने रहें?
- 7 लाख लोगों के नाम दो जगह क्यों हैं?
- 35 लाख लोग जो अपने पते पर नहीं रहते, उनके नाम क्यों बने रहें?
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हलफनामे के जरिए शिकायत दर्ज कराने से बच रहे हैं क्योंकि इसमें झूठ बोलने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
व्यक्तिगत हमले और आलोचना
प्रसाद ने राहुल गांधी के कई पुराने बयानों का जिक्र करते हुए कहा कि वे लगातार झूठ फैलाते हैं और संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करते हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वर्गवासी मां को लेकर हुई अभद्र टिप्पणियों पर कभी निंदा नहीं की।
“राहुल गांधी में अहंकार है। वे मानते हैं कि प्रधानमंत्री की कुर्सी उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। लेकिन आज देश की जनता वोट से आशीर्वाद देती है।”





