BY: Yoganand Shrivastva
गोंदिया (महाराष्ट्र)। गोंदिया जिले से एक ऐसी वारदात सामने आई है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। यहां एक शख्स ने न सिर्फ अपनी प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर दी, बल्कि उसके 7 महीने के मासूम बेटे को भी पैसों के लालच में बेच डाला। मामला आर्थिक तंगी और कर्ज से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
खेत में मिला खून से लथपथ शव
इस महीने की शुरुआत में गोंदिया जिले के डुग्गीपार थाना क्षेत्र के खजरी गांव में खेत से एक अज्ञात युवती का शव मिला। शव पर धारदार हथियार से हमले के निशान थे, जिससे साफ था कि उसकी हत्या की गई है। खबर फैलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और शव की पहचान में जुट गई। करीब 18 दिनों तक की गहन जांच और गुप्त सूत्रों की मदद से पुलिस को पता चला कि मृतका का नाम अन्नु नरेश ठाकुर (21) है, जो छत्तीसगढ़ के भिलाई (जिला दुर्ग) की रहने वाली थी।
प्रेमी निकला हत्यारा
पुलिस जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। अन्नु की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसके प्रेमी अभिषेक सिद्धार्थ तुरकर (36) ने की थी। आरोपी भिलाई का रहने वाला है लेकिन फिलहाल गोंदिया में रह रहा था।
22 अगस्त को पुलिस ने अभिषेक को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि अन्नु के साथ उसके अवैध संबंध थे और वह काफी कर्ज में डूबा हुआ था। पैसों की जरूरत पूरी करने के लिए उसने अपनी पत्नी पुनम, बहन चांदनी और रिश्तेदार प्रिया तुरकर के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
कैसे रची गई साजिश?
अभिषेक ने स्वीकार किया कि 2 अगस्त को वह मोटरसाइकिल से अन्नु को खजरी के खेत में लेकर गया। वहां उसने बेरहमी से चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को वहीं फेंक दिया और वापस लौट आया।
7 महीने के बच्चे को बेचा
हत्या के बाद आरोपी ने अन्नु के 7 माह के बेटे धनराज का नकली जन्म प्रमाणपत्र तैयार कराया। इसके बाद उस मासूम को पैसों के लिए बेच दिया।
पुलिस जांच में सामने आया कि बच्चे को गोंदिया के चार लोगों को सौंपा गया था। इनमें शामिल हैं –
- सुरेखा रमेश चौहान (गड्डाटोली, गोंदिया)
- प्रीति विकास कडबे (कचरा मोहल्ला, गोंदिया)
- भावेश अशोक बन्सोड (रामनगर, गोंदिया)
- कमल यादव (गड्डाटोली, गोंदिया)
पुलिस ने सात आरोपियों को पकड़ा
पूरे मामले में पुलिस ने अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें मुख्य आरोपी अभिषेक सिद्धार्थ तुरकर, उसकी पत्नी पुनम तुरकर, रिश्तेदार प्रिया तुरकर, और बच्चे की खरीद-फरोख्त में शामिल चार अन्य लोग – सुरेखा चौहान, प्रीति कडबे, भावेश बन्सोड और कमल यादव शामिल हैं।
सभी आरोपियों को डुग्गीपार थाने के हवाले कर दिया गया है, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इंसानियत को झकझोरने वाला मामला
यह घटना न केवल अपराध की क्रूरता को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि पैसों की लालच में इंसान किस हद तक गिर सकता है। एक तरफ मां की बेरहमी से हत्या की गई, दूसरी ओर मासूम बच्चे को भी बेचा गया।