उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ अब भारत की पहली AI (Artificial Intelligence) सिटी बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। केंद्र सरकार के इंडिया एआई मिशन के तहत राज्य सरकार को इसके लिए 10,732 करोड़ रुपये की राशि दी गई है। इस परियोजना से न केवल तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा होगा बल्कि युवाओं और किसानों को भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उन्नत ट्रेनिंग दी जाएगी।
लखनऊ में एआई से लैस स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट
इस मिशन के तहत लखनऊ में जल्द ही AI आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा।
- ट्रैफिक की निगरानी और नियंत्रण हाई-टेक तरीके से होगा।
- सिस्टम पहले से ही वाराणसी और 17 नगर निगमों में काम कर रहा है।
- AI CCTV, फेसियल रिकग्निशन, नंबर प्लेट ट्रैकिंग और SOS अलर्ट सिस्टम से सुरक्षा और मजबूत होगी।
- ये सभी सुविधाएं सीधे 112 हेल्पलाइन और पुलिस कंट्रोल रूम से जुड़ी रहेंगी।
- 70 जेलों में पहले से ही Jarvis नामक AI सिस्टम कैदियों पर नजर रख रहा है।
युवाओं और किसानों के लिए AI ट्रेनिंग
उत्तर प्रदेश सरकार की AI प्रज्ञा योजना के तहत हर महीने लगभग 1.5 लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
- प्रशिक्षण में AI, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और साइबर सुरक्षा शामिल हैं।
- Microsoft, Google, Intel और Guvi जैसी दिग्गज कंपनियों से सर्टिफिकेट भी दिए जा रहे हैं।
- किसानों को मिल रही आधुनिक AI सुविधाएं:
- स्मार्ट सिंचाई
- ड्रोन मैपिंग
- कीट पहचान
- डिजिटल मार्केट एक्सेस
गवर्नेंस और स्वास्थ्य सेवाओं में एआई की भूमिका
एआई का इस्तेमाल केवल ट्रैफिक या खेती तक सीमित नहीं है, बल्कि गवर्नेंस और स्वास्थ्य सेवाओं में भी इसकी अहम भूमिका होगी।
- राजस्व विभाग में जमीन के डिजिटल नक्शे बनाने के लिए सैटेलाइट इमेजिंग और AI एल्गोरिदम का इस्तेमाल हो रहा है।
- खनन विभाग में 25 जिलों के 57 AI चेक गेट्स से अवैध खनन पर रोक लगाई जा रही है।
- फतेहपुर में देश का पहला AI आधारित ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग सेंटर खोला गया है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है।
डिजिटल उत्तर प्रदेश का विजन 2047
उत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि विजन 2047 के तहत लखनऊ को मॉडल एआई सिटी बनाकर डिजिटल उत्तर प्रदेश की नींव रखी जाए। इससे न केवल टेक्नोलॉजी का विकास होगा बल्कि रोजगार के अवसर, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और स्मार्ट गवर्नेंस भी संभव होगी।
यह पहल लखनऊ को देश का सबसे आधुनिक और तकनीकी रूप से उन्नत शहर बना सकती है, जहां खेती से लेकर अस्पताल तक एआई का असर साफ दिखाई देगा।





