भिंड में मुस्लिम युवक की पिटाई का एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह मामला मध्य प्रदेश के भिंड ज़िले के गोहद क्षेत्र का है, जहां दो मुस्लिम युवकों को कुछ दबंगों ने बेरहमी से पीटा। हैरानी की बात यह है कि घटना को 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक पुलिस ने आरोपियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
सोशल मीडिया विवाद बना पिटाई की वजह
जानकारी के अनुसार, भिंड निवासी इरफान खान और अजय जाटव के बीच सोशल मीडिया पर किसी टिप्पणी को लेकर विवाद हुआ था। इस बहस में गाली-गलौज भी हुई थी। इसी झगड़े के चलते अजय जाटव ने इरफान का मोबाइल फोन जब्त कर लिया और फिर उसे वापस लेने के बहाने बरथरा रोड पर बुलाया।
भिंड में मुस्लिम युवक की बेरहमी से पिटाई, साथी भी बना निशाना
जब इरफान अपने दो दोस्तों अमन और राज के साथ मौके पर पहुंचा, तो अजय जाटव और उसके आधा दर्जन साथियों ने तीनों को घेर लिया। आरोपियों ने उन्हें एक सुनसान जगह पर ले जाकर प्लास्टिक पाइप और लात-घूंसे से बुरी तरह पीटा। वीडियो में देखा जा सकता है कि पीड़ित युवक बार-बार ‘अल्लाह बचाओ’ कह रहा है, जिससे हमलावर और अधिक आक्रामक हो गए।
‘अल्लाह’ कहने पर भड़के दबंग, वीडियो में दिखी दरिंदगी
वायरल वीडियो में एक आरोपी युवक ‘अल्लाह’ शब्द सुनकर चिढ़ जाता है और कहता है “फिर अल्लाह बोल”, इसके बाद इरफान की पिटाई और भी ज़्यादा क्रूरता से की जाती है। इतना ही नहीं, पीड़ितों को आरोपियों के पैर छूने के लिए भी मजबूर किया गया। मारपीट के बाद आरोपियों ने धमकी दी कि अगर थाने में शिकायत की गई, तो जान से मार देंगे।
भिंड में मुस्लिम युवक की पिटाई के आरोपी पर पहले से हत्या का केस दर्ज
मुख्य आरोपी अजय जाटव पर पहले से ही हत्या का केस दर्ज है और वह हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आया है। अजय पहले भी कई वारदातों में शामिल रहा है और इलाके में उसका खौफ बना हुआ है। पीड़ित इरफान ने इस घटना के तुरंत बाद गोहद थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसके बाद उसका मेडिकल कराया गया और एनसीआर रिपोर्ट फाइल की गई।
पुलिस का दावा: FIR के लिए बुलाया गया लेकिन फरियादी नहीं आया
गोहद थाना प्रभारी मनीष धाकड़ ने कहा कि शुरुआत में इरफान के पास घटना का वीडियो नहीं था, जिससे मामले की गंभीरता का अंदाज़ा नहीं हो सका। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद इरफान को FIR दर्ज कराने के लिए थाने बुलाया गया था, लेकिन वह थाने नहीं पहुंचा। पुलिस का यह भी कहना है कि इरफान के खिलाफ देहात थाने में फायरिंग का एक केस दर्ज है, शायद इसी वजह से वह थाने आने से डर रहा है।
वीडियो वायरल के बावजूद पुलिस कार्रवाई में ढिलाई
हालांकि पुलिस ने अब वीडियो फुटेज मिलने के बाद जांच शुरू कर दी है, लेकिन 10 दिन बाद भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं। ऐसे में आम लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है और भिंड में मुस्लिम युवक की पिटाई को लेकर पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया विवाद से शुरू होकर हिंसा तक पहुंचा मामला
यह पूरी घटना दर्शाती है कि किस तरह छोटे-छोटे विवाद भी संगठित हिंसा में तब्दील हो सकते हैं। सोशल मीडिया पर बढ़ते तनाव और प्रशासन की ढिलाई के कारण पीड़ितों को न्याय मिलने में देर हो रही है।
Also Read: भाजपा विधायक अम्बरीष शर्मा के साले सुधांशु द्विवेदी पर दुष्कर्म और 452 करोड़ की ठगी का मामला