नासा ने हाल ही में चेतावनी जारी की है कि एक 120 फीट लंबा विशाल एस्टेरॉइड (Asteroid 2022 YS5) 17 जुलाई 2025 को पृथ्वी के बेहद करीब से गुजरने वाला है। हालांकि यह टक्कर नहीं मारेगा, लेकिन वैज्ञानिकों के लिए यह एक अहम अभ्यास और अध्ययन का मौका है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह एस्ट्रॉइड क्या है, कितना खतरनाक हो सकता है और भविष्य में पृथ्वी के लिए ऐसे अंतरिक्षीय खतरे क्यों चिंता का विषय हैं।
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एस्ट्रॉइड (Asteroid) क्या होते हैं?एस्ट्रॉइड्स के प्रकार2022 YS5: कौन है ये ‘पासिंग एस्ट्रॉइड’?क्या यह पृथ्वी के लिए खतरा है?फिर NASA इसे ट्रैक क्यों कर रहा है?इस अध्ययन का वैज्ञानिक महत्वक्या इसे नग्न आंखों से देखा जा सकता है?क्या है DART मिशन और भारत का नेत्रा मिशन?2029 में क्या होगा?निष्कर्ष: खतरा नहीं, पर सीख जरूर
एस्ट्रॉइड (Asteroid) क्या होते हैं?
- एस्ट्रॉइड्स छोटे चट्टानी पिंड होते हैं जो सूर्य की परिक्रमा करते हैं।
- ये ग्रहों से छोटे होते हैं और इन्हें ‘माइनर प्लेनेट्स’ भी कहा जाता है।
- वैज्ञानिकों ने अब तक लगभग 9.9 लाख एस्ट्रॉइड्स को पहचान लिया है।
एस्ट्रॉइड्स के प्रकार
एस्ट्रॉइड्स को उनके ऑर्बिट और लोकेशन के आधार पर तीन मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है:
- Main Asteroid Belt:
- मंगल और बृहस्पति के बीच मौजूद बेल्ट।
- इसमें लाखों एस्ट्रॉइड्स पाए जाते हैं।
- Trojan Asteroids:
- किसी ग्रह के ऑर्बिट में ही आगे या पीछे घूमते रहते हैं।
- उदाहरण: बृहस्पति के ट्रोजन एस्ट्रॉइड्स।
- Near-Earth Asteroids (NEA):
- ये पृथ्वी के कक्षा (ऑर्बिट) के पास से गुजरते हैं।
- इनमें से कुछ पृथ्वी से टकरा भी सकते हैं, इसलिए इन पर विशेष निगरानी रखी जाती है।
2022 YS5: कौन है ये ‘पासिंग एस्ट्रॉइड’?
- नाम: Asteroid 2022 YS5
- खोज: इसे 2022 में खोजा गया था।
- समूह: यह Aten Group से संबंधित है — ऐसे एस्ट्रॉइड्स जो पृथ्वी की कक्षा को पार करते हैं।
- आकार: लगभग 120 फीट (लगभग 10 मंजिला इमारत जितना)
- गति: लगभग 22,500 किमी प्रति घंटे की स्पीड से यह पृथ्वी के पास से गुजरेगा।
- निकटतम दूरी: 4.15 मिलियन किमी — चंद्रमा से 10 गुना दूर, लेकिन खगोल विज्ञान के लिहाज से काफी पास।
क्या यह पृथ्वी के लिए खतरा है?
- NASA और ESA के मानकों के अनुसार, जो एस्ट्रॉइड 7.4 मिलियन किमी के अंदर हो और 140 मीटर से बड़ा हो, वही Potentially Hazardous Asteroid (PHA) माना जाता है।
- 2022 YS5 की दूरी तो कम है, लेकिन इसका आकार छोटा है (36 मीटर से कम), इसलिए इसे खतरे की श्रेणी में नहीं रखा गया है।
फिर NASA इसे ट्रैक क्यों कर रहा है?
- यह एक Training Simulation जैसा है, ताकि भविष्य में संभावित टकराव से बचने की तैयारी की जा सके।
- Detection Systems, Tracking Accuracy, और Impact Response Simulation जैसी चीज़ों को टेस्ट करने का मौका मिलता है।
- 2029 में Apophis नामक एक विशाल एस्ट्रॉइड पृथ्वी से सिर्फ 32,000 किमी की दूरी से गुजरने वाला है, जो जियोस्टेशनरी सेटेलाइट्स से भी नीचे होगा — यह बेहद नजदीक होगा।
इस अध्ययन का वैज्ञानिक महत्व
- वैज्ञानिक 3D रडार इमेजिंग के ज़रिए एस्ट्रॉइड के आकार, गति, ऑर्बिट को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
- चेलियाबिंस्क घटना (2013, रूस) ने यह दिखाया था कि छोटा एस्ट्रॉइड (सिर्फ 20 मीटर) भी हज़ारों लोगों को घायल कर सकता है।
- इसीलिए इस तरह की घटनाएं हमें तैयार रहने की सीख देती हैं।
क्या इसे नग्न आंखों से देखा जा सकता है?
- नहीं, यह इतना बड़ा नहीं है कि आप इसे बिना किसी उपकरण के देख सकें।
- लेकिन हाई-पॉवर टेलीस्कोप से इसे ट्रैक किया जा सकता है।
क्या है DART मिशन और भारत का नेत्रा मिशन?
- NASA का DART मिशन (Double Asteroid Redirection Test) एक प्रयोग है जिसमें टकराकर एस्ट्रॉइड की दिशा बदली गई थी।
- भारत का NETRA मिशन भी अंतरिक्ष में ऐसे खतरों की निगरानी के लिए काम कर रहा है।
- भविष्य में अंतरराष्ट्रीय सहयोग से इस दिशा में और मजबूत रणनीति बनाई जाएगी।
2029 में क्या होगा?
- Asteroid Apophis, जिसका आकार लगभग 370 मीटर है, अप्रैल 2029 में पृथ्वी से मात्र 32,000 किमी की दूरी से गुज़रेगा।
- यह इतिहास का सबसे करीबी खगोलीय पासिंग होगा।
- आज का 2022 YS5 उसी बड़ी घटना के लिए एक रिहर्सल माना जा रहा है।
निष्कर्ष: खतरा नहीं, पर सीख जरूर
- 2022 YS5 पृथ्वी से टकराने वाला नहीं है, लेकिन इसका पास से गुजरना वैज्ञानिकों के लिए एक सुनहरा मौका है।
- यह हमें बताता है कि पृथ्वी स्पेस ऑब्जेक्ट्स के लिए असुरक्षित है और हमें लगातार सतर्क रहना होगा।
- वैश्विक सहयोग और वैज्ञानिक तैयारी ही भविष्य में किसी बड़े खतरे से बचा सकती है।





