BY: Yoganand Shrivastva
गुरुग्राम की उभरती हुई टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या के मामले में अब नए मोड़ सामने आ रहे हैं। केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, परत दर परत कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। राधिका की करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह ने हत्या के पीछे की गहरी साजिश का पर्दाफाश करते हुए दावा किया है कि यह कोई गुस्से में लिया गया फैसला नहीं, बल्कि तीन दिनों की प्लानिंग का नतीजा था।
राधिका को सुनियोजित तरीके से मारने की साजिश
हिमांशिका ने बताया कि राधिका की हत्या पूर्व नियोजित थी। उसके अनुसार, राधिका के पिता दीपक यादव खुद पिस्टल लाए थे, और पूरी तैयारी पहले से की गई थी। हत्या के दिन राधिका के भाई को जानबूझकर घर से बाहर भेजा गया, जबकि मां को एक अलग कमरे में रोक दिया गया, ताकि किसी तरह की रुकावट ना आए।
परिवार से तनाव: वीडियो बनाना था राधिका को पसंद, लेकिन परिवार था खिलाफ
हिमांशिका पहले भी यह कह चुकी है कि राधिका को वीडियो कंटेंट बनाना, सोशल मीडिया एक्टिविटीज और रील्स का शौक था। लेकिन उसके परिवार को यह बिल्कुल पसंद नहीं था। इस बात को लेकर राधिका पर अक्सर पाबंदियां लगाई जाती थीं और उसके हर मूवमेंट पर नजर रखी जाती थी। इससे वह मानसिक रूप से दबाव में थी, लेकिन फिर भी वह अपने सपनों को जीने की कोशिश कर रही थी।
पिता के बयान पर सवाल: सामने से मारी गई थीं गोलियां, लेकिन…
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस केस को और उलझा दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, राधिका के सीने में सामने से चार गोलियां मारी गई थीं। जबकि आरोपी पिता दीपक यादव ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने बेटी पर पीछे से गोलियां चलाईं। यह विरोधाभास अब पुलिस जांच का अहम हिस्सा बन गया है।
राधिका की “अकादमी” को लेकर भी असमंजस
राधिका यादव को अक्सर एक पूर्व राज्य स्तरीय टेनिस खिलाड़ी के रूप में जाना जाता था। बताया जाता है कि कंधे की चोट के बाद उसने पेशेवर टेनिस को अलविदा कहा और खुद की टेनिस अकादमी खोल ली, जहां वह बच्चों को ट्रेनिंग देती थी। लेकिन पुलिस जांच में सामने आया है कि राधिका की कोई स्थायी अकादमी नहीं थी। वह विभिन्न टेनिस कोर्ट्स को किराए पर लेकर बच्चों को ट्रेनिंग देती थी। उसके इस पेशे से भी परिवार के कुछ सदस्य असंतुष्ट थे।
कौन थी राधिका यादव?
- उम्र: 25 वर्ष
- खेल: टेनिस (राज्यस्तरीय खिलाड़ी)
- स्थान: गुरुग्राम, हरियाणा
- परिवार में विरोध: वीडियो मेकिंग और ट्रेनिंग करियर को लेकर मतभेद
- मृत्यु: गोली मारकर हत्या (जुलाई 2025)
मामले की मौजूदा स्थिति
गुरुग्राम पुलिस ने हत्या के मामले में राधिका के पिता दीपक यादव को मुख्य आरोपी मानते हुए गिरफ्तारी की है। पुलिस का कहना है कि हत्या के पीछे घरेलू तनाव और व्यक्तिगत असहमति एक बड़ी वजह हो सकती है। साथ ही राधिका की दोस्त के बयानों को भी केस की जांच में शामिल किया गया है।
एक महत्वाकांक्षी बेटी, जिसकी उड़ान घर की दीवारों से टकरा गई
राधिका यादव की मौत केवल एक हत्या नहीं है, यह उन हजारों बेटियों की आवाज है, जो अपने सपनों के पीछे भागती हैं लेकिन परिवार, समाज और रूढ़िवादी सोच की दीवारों में कैद हो जाती हैं। यह केस सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि कितनी जरूरी है संवाद, सहमति और समझ परिवारों में। अब देखना होगा कि न्याय की प्रक्रिया कितनी निष्पक्ष और तेज़ होती है, और क्या राधिका को वह न्याय मिलेगा जिसकी वह हकदार है।





