BY: Yoganand Shrivastva
नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिला अस्पताल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। 27 जून की दोपहर, एक 18 वर्षीय नर्सिंग छात्रा पर अस्पताल परिसर में ही बेरहमी से हमला किया गया, जिसका वीडियो मंगलवार को सामने आया।
बेरहम वारदात का वीभत्स वीडियो
वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि एक युवक—जिसकी पहचान अभिषेक कोष्ठी (22) के रूप में हुई है— हाथ में चाकू लिए अस्पताल की OPD में दाखिल होता है। वह संध्या चौधरी नाम की छात्रा के पास पहुंचकर पहले उसे थप्पड़ मारता है, फिर जमीन पर गिराकर उसकी गर्दन पर ताबड़तोड़ चाकू से वार करने लगता है।
किसी ने नहीं की मदद, सब बनाते रहे वीडियो
सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि घटना के दौरान अस्पताल में मौजूद डॉक्टर, मरीज और अन्य स्टाफ ने छात्रा को बचाने की कोशिश नहीं की। 10 मिनट तक संध्या ज़मीन पर तड़पती रही, लेकिन कोई आगे नहीं आया। कुछ लोग मोबाइल निकालकर वीडियो बनाते रहे, तो कुछ मूकदर्शक बनकर देखते रहे।
एकतरफा प्रेम बना हत्या की वजह
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी अभिषेक, संध्या से एकतरफा प्रेम करता था। युवती ने उसके व्यवहार से परेशान होकर बातचीत बंद कर दी थी। इसी बात से बौखलाकर अभिषेक ने यह कदम उठाया। हमले के बाद वह खुद के गले पर भी चाकू मारने की कोशिश करता दिखा, लेकिन वह जानलेवा साबित नहीं हुआ।
मौके से भागा, बाद में हुआ गिरफ्तार
घटना को अंजाम देने के बाद अभिषेक मौके से भाग निकला, लेकिन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसे शक था कि संध्या की जिंदगी में किसी और की एंट्री हो गई है, इसलिए वह उससे दूर हो गई।
परिजनों को नहीं थी जानकारी
हालांकि संध्या के परिवारवालों का कहना है कि उन्हें इस ‘संबंध’ के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी मानसिक रूप से अस्थिर था या पहले से हमला करने की योजना बना चुका था।
क्या कहती है पुलिस?
नरसिंहपुर के एसपी ने बताया कि “घटना प्रेम-प्रसंग का परिणाम लग रही है, लेकिन हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं—सीसीटीवी फुटेज, अस्पताल स्टाफ से पूछताछ और लड़की के फोन कॉल डिटेल्स की भी जांच की जाएगी।”
अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने जिला अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर एक युवक हथियार लेकर अस्पताल परिसर तक कैसे पहुंचा और 10 मिनट तक वहां मौजूद रहा, जबकि सुरक्षाकर्मी या स्टाफ कुछ नहीं कर सके?
समाज के लिए एक आईना
यह घटना न केवल एक प्रेम-प्रसंग की त्रासदी है, बल्कि समाज की संवेदनहीनता और मूकदर्शक प्रवृत्ति का भी भयावह उदाहरण है। जब कोई लड़की सरेआम तड़प रही हो और लोग उसे बचाने की जगह वीडियो बना रहे हों—यह चेतावनी है कि हम कहां जा रहे हैं।