BY: Yoganand Shrivastva
उत्तराखंड में मानसून सक्रिय हो गया है और इसके चलते कई हिस्सों में भारी बारिश का दौर जारी है। चमोली जिले में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे मलबा जमा होने के कारण नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास अवरुद्ध हो गया है। चमोली पुलिस ने इसकी पुष्टि की है और बताया है कि मार्ग को खोलने के लिए कार्य किया जा रहा है।
रुद्रप्रयाग बस हादसे की तलाश भी जारी
इस बीच, रुद्रप्रयाग में हुए बस हादसे के मलबे की तलाश अभी भी जारी है। गोताखोरों का कहना है कि नदी का जलस्तर बहुत ऊंचा है और पानी मटमैला होने के कारण अंदर कुछ भी नजर नहीं आ रहा। अभी भी 8 लोग लापता हैं और बस का पता नहीं चल पाया है।
मौसम विभाग ने जारी की भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार, अगले 3 से 4 दिन तक चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, चम्पावत, और पिथौरागढ़ जिलों में तेज से बहुत तेज बारिश की संभावना है। नैनीताल के कुछ हिस्सों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
विशेषकर पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और जलभराव का खतरा बना हुआ है। चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं को सतर्क रहने और मौसम अपडेट पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।
सामान्य समय से पहले पहुंचा मानसून
इस वर्ष मानसून ने 21 जून को ही उत्तराखंड में दस्तक दे दी थी, जो कि सामान्य तिथि से पहले है। कुमाऊं क्षेत्र से प्रवेश के बाद अब मानसून पूरे राज्य में सक्रिय हो चुका है। केवल हरिद्वार के कुछ हिस्सों को छोड़कर लगभग पूरे राज्य में झमाझम बारिश हो रही है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार 10 से 15 फीसदी अधिक वर्षा हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश में भी बारिश का कहर
वहीं, उत्तराखंड के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश भी भारी बारिश से प्रभावित है। कांगड़ा जिले में बादल फटने और बाढ़ आने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें 6 लोगों की मौत हो चुकी है। कुल्लू जिले में भी एक बादल फटने की घटना में 3 लोग लापता हैं। प्रशासन द्वारा सर्च ऑपरेशन जारी है।
अगले 24 घंटे 14 राज्यों के लिए भारी
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले 24 घंटों में उत्तराखंड और हिमाचल समेत कुल 14 राज्यों में भारी बारिश हो सकती है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।