दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में अरविंद केजरीवाल की हार आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बड़ा झटका है, जो राष्ट्रीय राजधानी में तीसरी बार जीत की उम्मीद कर रही थी। केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ गठबंधन से इनकार करते हुए कहा था कि ‘दिल्ली में मुकाबला केवल AAP और भाजपा (BJP) के बीच है, और INDIA गठबंधन इसमें शामिल नहीं है’। हालांकि, परिणामों से यह संकेत मिलता है कि यदि दोनों दल एक साथ चुनाव लड़ते, तो AAP का प्रदर्शन बेहतर हो सकता था। दिलचस्प बात यह है कि केजरीवाल की हार का अंतर कांग्रेस के उम्मीदवार संदीप दीक्षित के वोटों से कम है, जो पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र हैं।
चुनाव परिणामों से एक दिन पहले, केजरीवाल ने भाजपा पर उनके पार्टी के उम्मीदवारों को लुभाने का आरोप लगाया था। भाजपा ने इस आरोप को खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई की धमकी दी थी। केजरीवाल ने X पर पोस्ट करते हुए दावा किया था कि 16 AAP उम्मीदवारों को भाजपा ने मंत्री पद और प्रत्येक को 15 करोड़ रुपये देने का वादा किया था, यदि वे पार्टी बदलते हैं।
आईये जानते है दिल्ली में हारने वाले बड़े चेहरों को,
मनीष सिसोदिया
दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया चुनाव हार गए हैं। मनीष सिसोदिया को बीजेपी के प्रत्याशी तरविंदर सिंह मारवाह ने हराया है। जंगपुरा विधानसभा सीट पर सिसोदिया और तरविंदर के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी, लेकिन आखिरकार रिजल्ट बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में गया। चुनाव हारने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि, जंगपुरा विधानसभा चुनाव हम सबने मिलकर पूरी मेहनत से लड़ा। जंगपुरा के लोगों ने हमें बहुत सारा प्यार, मोहब्बत और सम्मान दिया। लेकिन हम करीब 600 वोटों से पीछे रह गए। जो कैंडिडेट जीते हैं मैं उनको बधाई देता हूं। उम्मीद करता हूं कि, वह जंगपुरा की समस्याओं का समाधान करेंगे। चुनाव में कहां चूक हुई उसका एनालिसिस करके बताएंगे।
सौरभ भारद्वाज
सौरभ भारद्वाज ने ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर भाजपा की शिखा राय से लगभग 3,000 मतों के अंतर से हार का सामना किया। शिखा राय ने 49,594 वोट प्राप्त किए, जबकि सौरभ भारद्वाज को 46,406 वोट मिले। कांग्रेस के गरवित सिंहवी ने 6,711 वोटों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। ग्रेटर कैलाश विधानसभा सीट पर 2025 में लगभग 54.5% मतदान हुआ, जो 2020 के विधानसभा चुनावों में 60.12% से कम है। यह सीट पहले आम आदमी पार्टी (AAP) का गढ़ मानी जाती थी, जहां सौरभ भारद्वाज ने 2013, 2015 और 2020 के चुनावों में जीत दर्ज की थी। इस हार के साथ, AAP को दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में एक महत्वपूर्ण झटका लगा है।
संदीप दीक्षित
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने अपनी हार की जिम्मेदारी स्वीकार करते हुए कहा कि वह दिल्लीवासियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सके। उन्होंने X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “इस अपमानजनक हार के लिए मैं व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार हूं। दिल्ली के मतदाताओं को बदलाव चाहिए था, और मैं उस भावना पर खरा नहीं उतर सका।” इस चुनाव में भाजपा के प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को लगभग 4,000 मतों के अंतर से हराया। संदीप दीक्षित ने भी इस सीट पर अपनी मां शीला दीक्षित की हार का बदला लिया।
कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगे में हत्या का दोषी ठहराया
13 मार्च का राशिफल: किसे मिलेगा प्यार, किसे पैसा—जानें अभी
आईआईटी बाबा’ की शिकायत: न्यूज़ डिबेट में भगवाधारियों ने डंडों से किया हमला, फिर हुआ ये..
नितिन कामथ का निवेशकों के लिए सलाह: पहली बाजार गिरावट में कैसे रहें शांत और अनुशासित