भोपाल, 10 अगस्त 2025।
निवेश मित्र नीतियों और औद्योगिक विकास पर विशेष फोकस का नतीजा है कि मध्यप्रदेश ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में अपने निर्यात आंकड़ों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। इस साल राज्य से अब तक का सबसे ज्यादा 66,218 करोड़ रुपए का निर्यात हुआ है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6% अधिक है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (FIEO) की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, इस निर्यात वृद्धि में फार्मास्यूटिकल, इंजीनियरिंग गुड्स और सोया आधारित कृषि उत्पादों का बड़ा योगदान रहा। मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट से 66,218 करोड़ रुपए का योगदान मिला, जबकि स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (SEZ) में आईटी कंपनियों ने 4,038 करोड़ रुपए का निर्यात किया।
राष्ट्रीय रैंकिंग में सुधार
निर्यात के क्षेत्र में निरंतर वृद्धि के चलते मध्यप्रदेश की राष्ट्रीय रैंकिंग 15 से बढ़कर 11 हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक मानकों के अनुरूप फार्मास्यूटिकल, मशीनरी, एनिमल फीड और एल्युमिनियम सेक्टर में उल्लेखनीय प्रदर्शन ने यह सफलता दिलाई है।
मुख्य निर्यात सेक्टर और आंकड़े
वर्ष 2024-25 में मध्यप्रदेश से:
- फार्मास्यूटिकल: 11,968 करोड़ रुपए
- एनिमल फीड: 6,062 करोड़ रुपए
- एल्युमिनियम: 4,795 करोड़ रुपए
- मशीनरी: 5,497 करोड़ रुपए
- टेक्सटाइल और अन्य: उल्लेखनीय योगदान
मुख्य निर्यात बाज़ारों में बांग्लादेश, फ्रांस, यूएई और नीदरलैंड शामिल हैं, जबकि फार्मास्यूटिकल और मशीनरी सेक्टर के लिए सबसे बड़ा बाजार अमेरिका रहा।
जिलेवार प्रदर्शन
- धार – 17,830 करोड़ रुपए (प्रथम स्थान)
- इंदौर – 13,500 करोड़ रुपए (फार्मा, ऑटोमोटिव, फूड प्रोसेसिंग)
- उज्जैन – 2,288 करोड़ रुपए (औद्योगिक, कृषि आधारित और खाद्य प्रसंस्करण उत्पाद)
पिछले वर्षों का निर्यात प्रदर्शन
- 2019-20: ₹37,692 करोड़
- 2020-21: ₹47,959 करोड़
- 2021-22: ₹58,407 करोड़
- 2022-23: ₹65,878 करोड़
- 2023-24: ₹65,255 करोड़
- 2024-25: ₹66,218 करोड़ (रिकॉर्ड उच्च स्तर)
सरकारी पहल का असर
औद्योगिक अधोसंरचना में वृद्धि, व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने और निवेश अनुकूल नीतियों के चलते यह उपलब्धि संभव हुई है। राज्य सरकार का मानना है कि यह वृद्धि न केवल मध्यप्रदेश की आर्थिक आकांक्षाओं को पूरा करने में सहायक होगी, बल्कि देश के कुल निर्यात में भी राज्य का योगदान और बढ़ाएगी।