BY: Yoganand Shrivastva
नागपुर: रक्षाबंधन के खास मौके पर महाराष्ट्र के नागपुर में ललिता पब्लिक स्कूल के बच्चों ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। स्कूल के लगभग 150 छात्रों ने मिलकर 15 दिनों में 34 फीट चौड़ी और 44 फीट लंबी एक विशाल राखी तैयार की है, जिसे महिला सशक्तिकरण और भारत की गौरवशाली पहचान को समर्पित किया गया है।
किन्हें समर्पित है ये राखी?
इस अनोखी राखी को “गौरवशाली भारत: एक नई उड़ान” की थीम पर तैयार किया गया है। इसमें देश की उन महिलाओं और अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई है जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में भारत का नाम रोशन किया है:
- कर्नल सोफिया कुरैशी (भारतीय सेना)
- विंग कमांडर व्योमिका सिंह (भारतीय वायुसेना)
- दिव्या देशमुख (महिला शतरंज चैंपियन)
- ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Axiom-4 स्पेस मिशन के सदस्य)
इन सभी की तस्वीरें इस राखी पर लगाई गई हैं, जो न केवल प्रेरणा का प्रतीक हैं बल्कि महिला शक्ति और भारतीय वैज्ञानिक उन्नति की झलक भी देती हैं।
राखी की खासियत:
- आकार: 34 फीट चौड़ी और 44 फीट लंबी
- निर्माण अवधि: 15 दिन
- बनाने वाले: करीब 150 स्कूली छात्र
- उद्देश्य: महिला सशक्तिकरण, राष्ट्र गौरव और रचनात्मकता का संगम
स्कूल प्रबंधन की ओर से इस राखी को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
किस सामग्री से बनी है यह राखी?
इस राखी को बनाने में पर्यावरण के प्रति सजगता और पुनः उपयोग की भावना को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित वस्तुओं का प्रयोग किया गया:
- पुराने अखबार और कागज
- वालपेपर और रंगीन पेपर
- पुरानी चुन्नियां और सजावटी धागे
- राखी का ढांचा बांस की लकड़ियों और मजबूत रस्सियों से तैयार किया गया
स्कूल की संचालिका चेतना टांक ने बताया कि हर साल बच्चे थीम आधारित राखियां बनाते हैं, लेकिन इस बार का प्रयास अभूतपूर्व और ऐतिहासिक रहा।
राखी के पीछे विचारधारा
“गौरवशाली भारत: एक नई उड़ान” नामक इस पहल के जरिए धर्म, संस्कृति, विज्ञान, खेल, रक्षा और तकनीक—इन सभी क्षेत्रों में भारत की तरक्की और महिला भागीदारी को उजागर किया गया है। यह राखी सिर्फ एक कलाई पर बांधी जाने वाली परंपरा नहीं, बल्कि एक सोच है—जहां हर बच्चा राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित हो रहा है।