BY: Yoganand Shrivastva
मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिला जेल में रिश्वतखोरी का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक महिला जब अपने जेल में बंद पति से मिलने पहुंची, तो उससे पैसे की मांग की गई। महिला ने बिना समय गंवाए इस अवैध वसूली का वीडियो बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। वीडियो के वायरल होते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और आरोपी प्रहरी पर कार्रवाई की गई।
पति से मिलने पहुंची थी महिला, मांगे गए पैसे
घटना अनूपपुर जिला जेल की है, जहां बुढ़ार तहसील के सरईकापा गांव की एक महिला अपने पति से मुलाकात करने आई थी। उसका पति एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल में बंद है। जेल के मुख्य द्वार पर तैनात प्रधान आरक्षक एम.एस. ठाकुर ने महिला से 2,200 रुपये की मांग की। इसमें से 2,000 रुपये जेलर के लिए और 200 रुपये अपने लिए बताकर मांगे गए।
महिला ने दिखाया साहस, बनाया वीडियो
महिला को जब यह मांग अनुचित लगी, तो उसने चुपचाप रिश्वत लेते हुए प्रधान आरक्षक का वीडियो अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया। वीडियो में स्पष्ट रूप से एम.एस. ठाकुर को पैसे लेते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो वायरल होते ही जेल प्रशासन हरकत में आ गया।
जेल प्रशासन ने की त्वरित कार्रवाई
वीडियो सामने आने के बाद जेल अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से प्रधान आरक्षक मुकेश सिंह ठाकुर को निलंबित कर दिया और उसका तबादला रीवा जिले की त्यौंथर उप जेल कर दिया गया। जेलर इंद्रदेव तिवारी ने बताया कि आरोपी प्रहरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है और आगे की जांच जारी है।
प्रशासन पर उठ रहे सवाल
हालांकि, इस मामले ने जेल प्रशासन पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग यह पूछ रहे हैं कि क्या एक प्रधान आरक्षक, जेलर की जानकारी या इजाज़त के बिना, खुलेआम रिश्वत वसूल सकता है? इस मामले में जेलर की भूमिका की भी गहराई से जांच की मांग उठ रही है।