Mohit Jain
देश के दक्षिणी हिस्से में सक्रिय लो प्रेशर एरिया (निम्न दाब क्षेत्र) का असर अब मध्यप्रदेश के मौसम पर भी दिखने लगा है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश के 9 जिलों- धार, सतना, अशोकनगर, छतरपुर, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खरगोन और बड़वानी में हल्की बारिश दर्ज की गई। राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में बादल छाए रहे, जिससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट आई है।
मौसम विभाग के अनुसार, यह सिस्टम दक्षिण-पूर्व अरब सागर से होते हुए उत्तर-पूर्व हिस्से की तरफ बढ़ रहा है। इसका असर अगले 24 घंटे से ही एमपी में दिखाई देगा, लेकिन 25, 26 और 27 अक्टूबर के बीच प्रदेश के लगभग आधे हिस्से में हल्की बारिश, गरज-चमक और आंधी की स्थिति बनी रहने की संभावना है।
आज इन जिलों में हो सकती है बारिश
शुक्रवार (24 अक्टूबर) को भी प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। इनमें बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा शामिल हैं।
गुरुवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 31.9 डिग्री सेल्सियस, इंदौर में 32 डिग्री और ग्वालियर में 33.8 डिग्री दर्ज किया गया। कई जिलों में दिन के पारे में कमी आई है।
नवंबर से पड़ेगी कड़ाके की ठंड

मौसम विभाग ने आगामी सर्दियों को लेकर भी महत्वपूर्ण पूर्वानुमान जताया है। विभाग के अनुसार, नवंबर से कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो जाएगा, जो जनवरी तक रहेगा और इस बार फरवरी तक भी ठंड का असर रहने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले सर्दियों के मौसम में 2010 के बाद सबसे भीषण ठंड का एहसास हो सकता है। आईएमडी ने जल्द ही ला-नीना परिस्थितियां विकसित होने की पुष्टि की है, जिससे सर्दियों के दौरान इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश और उत्तरी-पश्चिमी भारत में अधिक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbances) आने की संभावना है।
मानसून की ‘हैप्पी एंडिंग’
मौसम विभाग के अनुसार, 13 अक्टूबर को पूरे प्रदेश से मानसून विदा हो चुका है। इस साल 16 जून को एंट्री करने वाला मानसून कुल 3 महीने 28 दिन तक एक्टिव रहा। प्रदेश में मानसून की ‘हैप्पी एंडिंग’ रही, जहां मानसून सीजन में 106% के अनुमान के मुकाबले 15 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई। गुना (65.7 इंच) सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला रहा। हालांकि, शाजापुर जिले में कोटे की 81.1% बारिश ही हुई, जिसे ‘भारी कमी’ की कैटेगरी में रखा गया है।





