लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है. हाईप्रोफाइल सीट ओडिशा की पुरी से कांग्रेस उम्मीदवार सुचारिता मोहंती ने अपना नाम वापस ले लिया है. उन्होंने आर्थिक कारणों का हवाला दिया है और कहा है कि इसमें पार्टी की कोई गलती नहीं है. बता दें इसके पहले गुजरात के सूरत में कांग्रेस उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया था. इसके अलावा मध्य प्रदेश के इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम ने अपना नाम वापस ले लिया था.
आर्थिक कारणों का दिया हवाला
सुचारिता मोहंती ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल को ईमेल भेजा जिसमें लिखा कि पुरी लोकसभा सीट पर हमारा चुनाव प्रचार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है क्योंकि पार्टी ने मुझे चुनाव के लिए फंडिंग देने से इनकार कर दिया. ओडिशा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अजॉय कुमार ने मुझे खुद ही चुनाव प्रचार का खर्चा उठाने को कहा.
सुचारिता ने लिखा- कांग्रेसी मूल्य मेरे डीएनए में
सुचारिता मोहंती ने आगे लिखा कि वह एक नौकरीपेशा पत्रकार रहीं, जो 10 साल पहले ही राजनीति में सक्रिय हुईं. मैंने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी और चुनाव प्रचार के लिए लोगों से भी दान लेने की कोशिश की, लेकिन उसमें भी सफलता नहीं मिली. मैंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से भी अपील की कि वह पार्टी फंड से जरूरी फंडिंग करें ताकि पुरी लोकसभा सीट पर प्रभावशाली प्रचार किया जा सके. मोहंती ने लिखा कि सिर्फ फंड की कमी ही हमें पुरी लोकसभा सीट जीतने से रोक सकती है क्योंकि मैं अपने दम पर चुनाव प्रचार जारी रखने में सक्षम नहीं हूं. मोहंती ने पार्टी टिकट लौटाते हुए कहा कि वह एक कांग्रेसी महिला हैं और कांग्रेस के मूल्य उनके डीएनए में हैं. मोहंती ने लिखा कि ‘मैं आगे भी कांग्रेस की सिपाही रहूंगी.’
बताया दूसरा कारण
कांग्रेस का टिकट लौटाने पर सुचारिता मोहंती ने कहा कि \’मैंने पार्टी का टिकट इसलिए लौटाया क्योंकि पार्टी मुझे फंड देने में सक्षम नहीं है. साथ ही दूसरा कारण ये है कि पुरी लोकसभा की 7 विधानसभा सीटों पर जीतने वाले उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया गया है. कुछ कमजोर उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. ऐसे में मैं ये चुनाव नहीं लड़ सकती.\’
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