ANM पर रिश्वत लेने का आरोप
कोरबा (उमेश डहरिया): कोरबा जिले से एक झकझोर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गरीब महिला को अपने बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र में नाम सुधार करवाने के लिए घर का चावल तक बेचना पड़ा। यह मामला प्रशासनिक तंत्र की बेरुख़ी और रिश्वतखोरी की शर्मनाक तस्वीर को उजागर करता है।
यह घटना पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के बंजारी ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले एक गांव की है। आरोप है कि उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ ANM (सहायक नर्स दाई) कर्मचारी ने नाम सुधार के एवज में महिला से अवैध राशि की मांग की। मजबूर महिला ने यह रकम जुटाने के लिए अपने घर में रखा अनाज (चावल) बेच दिया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें महिला अपना दर्द बयां करती नजर आ रही है। वीडियो में वह कहती है कि उसने कई बार आवेदन दिया, लेकिन हर बार पैसे मांगे गए। अंत में उसे चावल बेचकर पैसे देने पड़े।
ग्रामीणों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में इस घटना को लेकर आक्रोश है। उनका कहना है कि गरीब और अशिक्षित लोगों को सिस्टम के चंगुल में फंसाकर उनसे अवैध वसूली की जा रही है, जो निंदनीय है।
प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी निगाहें
अब इस पूरे मामले पर प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में है। वायरल वीडियो के बाद स्थानीय लोग ANM पर तत्काल कार्रवाई और जांच की मांग कर रहे हैं।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने फिलहाल इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन जनदबाव और सोशल मीडिया की सक्रियता को देखते हुए जल्द कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
यह घटना सरकारी तंत्र की संवेदनहीनता और गरीबों के प्रति उपेक्षा को उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में कितनी तत्परता और पारदर्शिता से कार्रवाई करता है।