संघ की कार्यप्रणाली और सेवा कार्यों ने पिछले सौ वर्षों में समाज को दी नई दिशा: विमल जी गुप्ता
भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में विजयादशमी के पावन पर्व पर गुरुवार को भोपाल महानगर के 12 विभिन्न नगरों, खंडों और बस्तियों में पथ संचलन निकाले गए। संघ के स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में इनमें सहभागिता की। विद्युत जिले के अवधनगर स्थित अविनाथ नगर बस्ती में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि यशपाल सिंह और मुख्य वक्ता प्रान्त प्रचारक विमल जी गुप्ता शामिल हुए। श्री गुप्ता ने संघ के मूल विचार, उद्देश्य और समाज सेवा की दिशा में उसके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संघ का जन्म किसी के विरोध में नहीं, बल्कि राष्ट्र को स्वतंत्र कराने और उस स्वतंत्रता को स्थायित्व और चरित्र देने के उद्देश्य से हुआ। संघ के संस्थापक जन्मजात राष्ट्रभक्त थे, जिनका एकमात्र लक्ष्य भारत माता को परम वैभव के शिखर पर ले जाना था।

प्रान्त प्रचारक श्री विमल जी गुप्ता ने कहा कि संघ का उद्देश्य केवल संगठन खड़ा करना नहीं, बल्कि व्यक्ति निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण करना है। संघ की कार्यप्रणाली और सेवा कार्यों ने पिछले सौ वर्षों में समाज को नई दिशा दी है। उन्होंने संघ की 100 वर्षों की यात्रा को गौरवशाली बताते हुए कहा कि यह केवल संगठन की नहीं, बल्कि समाज परिवर्तन की भी यात्रा रही है।
इसके साथ ही विद्युत जिला के अवधनगर स्थित समन्वय नगर बस्ती में आयोजित कार्यक्रम में नितिन केकरे शामिल हुए। उन्होंने विजयादशमी का संघ के लिए महत्व और पूज्य डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी की राष्ट्रभक्ति से उपस्थित लोगों को परिचित कराया। भोजपुर जिले के मंडीदीप नगर की प्रताप बस्ती में पथ संचलन निकाला गया। इस दौरान जिला कार्यवाह महेश राठौर जी भी पथ संचलन में शामिल हुए।
वहीं, तात्या टोपे जिले के अंबेडकर नगर की कोटरा बस्ती का विजयादशमी कार्यक्रम सरस्वती स्कूल में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव विशेष रूप से उपस्थित रहे। उनके साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधायक भगवानदास सबनानी, संघ के प्रांत संचालक अशोक जी पांडेय, नगर संघचालक गोपालदास मेहता, क्षेत्र संगठन मंत्री विवस्वान जी तथा संगठन मंत्री हितानंद शर्मा सहित कई गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर वरिष्ठ गायक व सांस्कृतिक विशेषज्ञ उल्लास तेलंग ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। उन्होंने अपने उद्बोधन में संघ की कार्यशैली, उसके सांस्कृतिक मूल्यों और सामाजिक समरसता की भावना को सराहा।
शस्त्र पूजन के उपरांत आयोजित सभा में वक्ताओं ने संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे संघ ने राष्ट्र निर्माण में अपना मौन लेकिन प्रभावशाली योगदान दिया है। सभा में “पंच परिवर्तन” के विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। वक्ताओं ने वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में संघ कार्य की प्रासंगिकता को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि सत्य और धर्म के पथ पर चलना ही विजयादशमी का वास्तविक संदेश है और यही संघ के प्रत्येक स्वयंसेवक का मूल संकल्प भी है। संघ के इस शताब्दी वर्ष में आयोजित यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक जागरण और राष्ट्र के प्रति निष्ठा का सशक्त प्रतीक था।
इन स्थानों पर भी निकाला गया पथ संचलन :
विजयादशमी के अवसर पर भोपाल विभाग के विभिन्न जिलों में भी पथ संचलन निकाला गया। इसमें बड़ी संख्या में स्वयंसेवक शामिल हुए। यह पथ संचलन प्रताप जिले के सुभाष कॉलोनी और अशोक विहार बस्ती में निकाला गया। इस अवसर पर विभाग प्रचारक कैलाश जी लववंशी मुख्य रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि संघ शताब्दी वर्ष संगठन की शताब्दी यात्रा के मूल भावों को स्मरण करने का अवसर है। इसके साथ ही शंकराचार्य नगर स्थित ग्रीन पार्क और हिनोतिया में पथ संचलन हुआ। साथ ही शंकराचार्य नगर के अंतर्गत रामबाग और गांधी बस्ती में पथ संचलन हुआ। इस अवसर पर डॉ. अमित दीक्षित मुख्य रूप से उपस्थित हुए।

इसी क्रम में तात्या टोपे जिले के अंतर्गत भरत नगर खंड के मानसरोवर में पथ संचलन हुआ। इस अवसर पर अखिलेश प्रताप सिंह राठौर जिला सह-कार्यवाह मुख्य रूप से उपस्थित हुए। इस दौरान उन्होंने विजयादशमी पर्व के महत्व को उद्धृत किया। साथ ही उन्होंने संघ की स्थापना एवं 100 वर्षों की यात्रा को संक्षेप में बताया। साथ ही तात्या टोपे जिले के भरत बस्ती में डॉ. लोकेन्द्र दवे के मुख्य अतिथ्य में पथ संचलन निकाला। इस दौरान समिधा कार्यालय प्रमुख विजय विश्वकर्मा जी बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित हुए। उन्होंने संघ की स्थापना की परिकल्पना, उसकी पृष्टभूमि के विषय पर विस्तृत चर्चा की।