मई 2025 में उत्तराखंड में हुए हेलिकॉप्टर हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। इस हादसे में पायलट समेत 6 लोगों की जान चली गई थी। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी रिपोर्ट में दुर्घटना की वजह का खुलासा किया गया है, जिससे कई सवालों के जवाब भी मिले हैं।
हादसे की मुख्य वजह: ओवरहेड फाइबर केबल से टकराव
AAIB की रिपोर्ट के मुताबिक, हेलिकॉप्टर का मुख्य रोटर ब्लेड उड़ान के दौरान एक ओवरहेड फाइबर केबल से टकरा गया था। यह केबल उत्तरकाशी-गंगोत्री रोड (NH 34) के पास सड़क के समानांतर लगी थी। टकराव के बाद हेलिकॉप्टर संतुलन खो बैठा और पहाड़ी से नीचे गिर गया।
हादसे की जगह और समय
- तारीख: 8 मई 2025
- समय: सुबह 8:35 बजे
- स्थान: गंगनानी, उत्तरकाशी
- हेलिपैड: खरसाली से उड़ान भरी थी सुबह 8:11 बजे
हेलिकॉप्टर ने टेकऑफ के 24 मिनट बाद ही हादसे का शिकार हो गया और यह पूरी तरह से नष्ट हो गया, हालांकि उसमें आग नहीं लगी।
हेलिकॉप्टर और उड़ान विवरण
- मॉडल: बेल 407
- उम्र: 17 साल पुराना
- निर्माण वर्ष: 2008
- इंजन: रोल्स रॉयस द्वारा संचालित
- ऑपरेटर कंपनी: एरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड
- यात्री: कुल 6 सवार (5 मृतक यात्री + 1 गंभीर घायल)
कैसे हुआ हादसा?
AAIB की पांच-पृष्ठीय रिपोर्ट के अनुसार:
- हेलिकॉप्टर ने पहले गंगनानी के पास उतरने का प्रयास किया।
- इसी दौरान इसका रोटर ब्लेड ओवरहेड केबल से टकरा गया।
- टकराव से सड़क किनारे लगे कुछ लोहे के बैरिकेड भी टूटे।
- हेलिकॉप्टर पूरी तरह उतर नहीं सका और 250 फीट गहरी खाई में गिर गया।
- नीचे गिरने के बाद एक पेड़ से टकराकर वह रुक गया।
जांच में शामिल अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि:
- अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB)
- कनाडा का परिवहन सुरक्षा बोर्ड
इन दोनों अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने जांच में सहयोग के लिए तकनीकी सलाहकार और प्रतिनिधि नियुक्त किए हैं। अब AAIB की टीम इन एजेंसियों के साथ मिलकर दुर्घटना के मूल कारणों की गहराई से जांच कर रही है।
आगे की जांच जारी
AAIB की रिपोर्ट ने इस दुखद हादसे की प्रारंभिक वजह तो स्पष्ट कर दी है, लेकिन अभी विस्तृत और अंतिम रिपोर्ट आना बाकी है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए यह रिपोर्ट अहम आधार साबित हो सकती है।