Isa Ahmad
REPORT- FARHAN KHAN
आगरा नगर निगम में मंगलवार को बड़ा विवाद खड़ा हो गया, जब सहायक नगर आयुक्त ने मेयर हेमलता दिवाकर के भतीजे पर अभद्रता और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए। मामले के सामने आते ही नगर निगम परिसर में तनाव का माहौल बन गया।
कर्मचारियों का विरोध, निगम में तालाबंदी
अभद्रता के आरोप लगने के बाद कर्मचारी यूनियन ने नगर निगम मुख्यालय में प्रदर्शन किया और परिसर में तालाबंदी कर दी। कर्मचारियों ने मेयर के भतीजे पर तुरंत कार्रवाई करने की मांग उठाई।
कर्मचारी नेता विनोद इलाहाबादी ने कहा-
“कर्मचारियों पर हमला किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन को निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि कर्मचारियों में भय का माहौल न बने।”
तालाबंदी के चलते निगम के कई विभागों का कामकाज ठप रहा और दफ्तर में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।
मेयर हेमलता दिवाकर ने बताया साजिश
दूसरी ओर, आगरा की मेयर हेमलता दिवाकर ने पूरे विवाद को एक “सोची-समझी साजिश” करार दिया। उन्होंने कहा कि उनके भतीजे को निशाना बनाना अधिकारियों की राजनीतिक चाल है।
मेयर हेमलता दिवाकर ने कहा-
“मेरे भतीजे को मोहरा बनाकर भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है। पेट्रोल पंप वाले मामले को रोकने के लिए झूठे आरोप गढ़े जा रहे हैं। हजारों लोगों की मौजूदगी और ड्रोन कैमरों के बावजूद तीन दिन में एक भी सबूत सामने नहीं आया।”
उन्होंने साफ कहा कि यदि उनका भतीजा दोषी पाया गया तो-
“मैं स्वयं उसे पुलिस कमिश्नर के सामने पेश करूंगी।”
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी-मेयर
मेयर ने दोबारा स्पष्ट किया कि वह भ्रष्टाचारियों के खिलाफ किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगी।
उन्होंने कहा-
“झूठे आरोप लगाकर मुझे डराया नहीं जा सकता। नगर निगम में पारदर्शिता और जवाबदेही हर हाल में सुनिश्चित कराऊंगी।”
तनाव जारी, दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े
कर्मचारी यूनियन और मेयर-दोनों ही अपने रुख पर कायम हैं, जिससे नगर निगम में हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं।





