डीएम गौरांग राठी रविवार शाम तीन बजे अचानक जिला अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल के वार्ड दो में भर्ती अपने फॉलोअर का हाल जाना। इस दौरान उनकी नजर वार्ड की खिड़कियों पर पड़ी तो सभी खिडकियां टूटी दिखीं। इस पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की साथ ही सीएमएस डॉ. आरए मिर्जा से रोगी कल्याण समिति से व्यवस्था दुरुस्त कराने के निर्देश भी दिए।
मरीजो से भी मिलें डीएम
इसके बाद डीएम गौरांग राठी ने इसी वार्ड में भर्ती बारासगवर के बुद्धिनाथ से मिलने पहुंचे। बुद्धिनाथ ने डीएम को बताया कि वह अकेला घर में कमाने वाला है। सात दिन से भर्ती है और अभी आगे भी इलाज चलेगा। इस पर डीएम ने मरीज का श्रम विभाग में पंजीकरण करवाने के लिए सहायक श्रमायुक्त को निर्देश दिए। इसके बाद डीएम एसएनसीयू वार्ड पहुंचे। यहां भर्ती बच्चों के बारे में पूछा और रजिस्टर भी जांचा।
इसमें उन्हें कई बच्चे रेफर मिले। उन्होंने डॉक्टरों से रेफर किये जाने का कारण पूछा तो डॉक्टरों ने वेंटिलेटर न होने से गंभीर बच्चों को रेफर करने की बात बताई। इस पर डीएम ने वेंटिलेटर की व्यवस्था के लिए शासन स्तर से पत्राचार करने की बात कही।
पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों व उनके परिजनों का भी लिया हाल
वहीं डीएम ने पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती बच्चों व उनके परिजनों से भी बात कर हाल जाना। डीएम ने बताया कि आगे भी इसी प्रकार औचक निरीक्षण किया जाएगा। जो भी कमियां मिलेंगी उन्हें दुरुस्त कराया जाएगा। इस दौरान सीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश, सीएमएस डॉ. आरए मिर्जा, डॉ. शोभित अग्निहोत्री आदि रहे।