BY: Yoganand Shrivastva
हमीरपुर (उत्तर प्रदेश)। जिले में एक अनोखी और हैरान कर देने वाली घटना इन दिनों लोगों के बीच जमकर चर्चा का विषय बनी हुई है। यहां इंसानों की नहीं बल्कि दो पालतू जानवरों – एक कुत्ते और एक कुतिया की शादी पूरे हिंदू रीति-रिवाजों के साथ संपन्न कराई जा रही है।
इस अनोखे विवाह समारोह की तैयारियाँ कई दिनों से चल रही हैं। 11 जून को दूल्हा बनेगा कुत्ता ‘सेवानंद’, और उसकी शादी होगी कुतिया ‘विचित्रकुमारी’ के साथ। यह आयोजन हमीरपुर जिले के मुस्कुरा विकासखंड के छानी बांध गांव में हो रहा है।
धार्मिक अनुष्ठानों के साथ हो रही शादी

इस विशेष विवाह को पूरी तरह से पारंपरिक हिन्दू रीति से संपन्न कराया जा रहा है। 10 जून को “मायना संस्कार” हुआ, जबकि उससे पहले मंडप पूजन कराया गया था। अब 11 जून को बारात निकलेगी और 12 जून को विदाई की रस्म भी पूरी होगी।
बारात में गांव भर के लोग आमंत्रित हैं और आयोजकों ने दावा किया है कि करीब 200 से ज्यादा लोग इस अनोखी बारात में शामिल होंगे।
कौन हैं आयोजन के सूत्रधार?
इस आयोजन के केंद्र में हैं जूनाअखाड़ा के बाल योगी, श्री श्री 1008 संतोशानंद जी महाराज, जिन्होंने बताया कि उनका पालतू कुत्ता सेवानंद अब विवाह सूत्र में बंधने जा रहा है। यह शादी गोहांड ब्लॉक के मुशाई मौजा की विचित्रकुमारी के साथ हो रही है।
संतोषानंद जी का कहना है कि यह आयोजन प्रकृति और पशु प्रेम का प्रतीक है। लोगों के बीच पशुओं के प्रति संवेदना और लगाव को बढ़ाने के लिए यह शादी कराई जा रही है।
गांव में उत्सव जैसा माहौल
गांव में इस शादी को लेकर मेले जैसा माहौल है। ढोल-नगाड़ों की आवाज, सजावट, मिठाई और पारंपरिक व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं। गांव के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, सभी इस आयोजन को लेकर उत्साहित हैं।
11 जून को गाजे-बाजे के साथ सेवानंद की बारात रवाना होगी और 12 जून को दुल्हन विचित्रकुमारी की विदाई कराकर उसे घर लाया जाएगा।