रिपोर्ट: सरताज हुसैन
फर्रुखाबाद: यातायात सुरक्षा को बढ़ावा देने और अपराध पर नियंत्रण रखने के लिए ई-रिक्शा पर यूनिक आईडी कोड लगाने का अभियान तेजी से जारी है। अब तक 4231 ई-रिक्शा पर यह यूनिक आईडी लगाई जा चुकी है, जिससे हर चालक की पूरी जानकारी यातायात पुलिस के पास दर्ज हो रही है। इससे किसी भी अपराध की स्थिति में आरोपी तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने यातायात प्रभारी सतेन्द्र कुमार के साथ मिलकर ई-रिक्शा में लगे यूनिक कोड के महत्व को समझाया। उन्होंने यात्रियों को बताया कि इस आईडी के माध्यम से ई-रिक्शा चालकों की पहचान की जा सकती है, जिससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। साथ ही, ई-रिक्शा चालकों को भी यह यूनिक आईडी कोड लगवाने की सलाह दी गई।
यूनिक आईडी में दर्ज जानकारी:
- चालक का नाम
- फोटो
- संपर्क नंबर
- वाहन का नंबर
इस यूनिक कोड को ई-रिक्शा के आगे और पीछे लगाया जा रहा है, जिससे यात्रियों और पुलिस जांच टीम को इसे आसानी से देखा जा सके। अधिकारियों के अनुसार, इस पहल से यातायात व्यवस्था में सुधार होगा और ऑटो व ई-रिक्शा में सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यूनिक आईडी कोड से ई-रिक्शा चालक की पहचान स्पष्ट हो जाती है, जिससे अपराधों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। पुलिस लगातार बिना यूनिक कोड वाले ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई कर रही है ताकि इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके।
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