नई दिल्ली, 16 जून 2025 — अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि विश्वभर के कई संघर्ष उन्होंने अपने कार्यकाल में रोके हैं, लेकिन उन्हें उसका श्रेय नहीं मिलता। ताज़ा विवादित बयान में ट्रंप ने कहा है कि ईरान और इज़राइल के बीच भी जल्द ही एक समझौता होगा — ठीक वैसे ही जैसे उन्होंने “भारत और पाकिस्तान के बीच शांति समझौता” कराया था।
ट्रंप का विवादित दावा: भारत-पाकिस्तान में समझौता मैंने कराया
अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Truth Social पर ट्रंप ने लिखा,
“ईरान और इज़राइल को एक समझौता करना चाहिए — और वे करेंगे भी — ठीक वैसे जैसे मैंने भारत और पाकिस्तान के साथ किया।”
ट्रंप ने आगे दावा किया कि उन्होंने व्यापार के ज़रिए भारत और पाकिस्तान के नेताओं को बातचीत के लिए मजबूर किया और अंततः संघर्ष को रोका।
“मैंने अमेरिका के व्यापारिक प्रभाव का उपयोग करके दो बेहतरीन नेताओं को समझाया और उन्हें एक समझौते पर लाने में सफल रहा,” ट्रंप ने लिखा।
हालांकि भारत सरकार पहले भी उनके ऐसे दावों को खारिज कर चुकी है। भारत का कहना रहा है कि पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की पेशकश की थी और भारत ने कोई तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की।
ईरान-इज़राइल संघर्ष पर भी समझौते की बात
डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि इस समय ईरान और इज़राइल के बीच कई बैठकें और कॉल्स हो रही हैं और निकट भविष्य में एक शांति समझौता हो सकता है।
“बहुत सारी बातचीत और मीटिंग्स हो रही हैं। मैं बहुत कुछ करता हूं, लेकिन मुझे कोई क्रेडिट नहीं देता — पर ठीक है, लोग समझते हैं,” ट्रंप ने लिखा।
पहले कार्यकाल की उपलब्धियों की चर्चा
ट्रंप ने अपने पहले राष्ट्रपति कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने कई पुराने अंतरराष्ट्रीय संघर्षों को रोका:
- सर्बिया और कोसोवो: “दोनों देशों के बीच दशकों से चला आ रहा संघर्ष युद्ध में बदलने वाला था, लेकिन मैंने उसे रोक दिया।”
- मिस्र और इथियोपिया: “नदी नील पर बड़े डैम को लेकर हो रहे विवाद को मैंने शांत कराया।”
“पहले लड़ लें, फिर बात करें” — ट्रंप का विवादित बयान
ट्रंप ने एक और बयान में कहा कि कभी-कभी देशों को “पहले लड़ने देना” भी ज़रूरी होता है ताकि वे खुद समाधान तक पहुंच सकें। उन्होंने कहा:
“कभी-कभी उन्हें पहले लड़ना पड़ता है, फिर देखते हैं क्या होता है।”
यह बयान उन्होंने अमेरिका से G7 समिट (कनाडा) के लिए रवाना होते समय दिया।
ईरान-इज़राइल संघर्ष: अब तक की स्थिति
- ईरान: स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 224 लोग अब तक मारे जा चुके हैं।
- इज़राइल: 14 नागरिकों की मौत हुई है।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने Fox News को दिए इंटरव्यू में कहा:
“हम अपने दो मुख्य लक्ष्यों को पूरा करने तक संघर्ष जारी रखेंगे — ईरान के परमाणु और मिसाइल खतरों को खत्म करना।”
वहीं ईरानी सैन्य अधिकारियों ने इज़राइल को “विनाशकारी जवाब” देने की चेतावनी दी है।
निष्कर्ष: क्या ट्रंप की मध्यस्थता से शांति संभव है?
डोनाल्ड ट्रंप के दावे अक्सर विवादों में रहे हैं। जहां वे खुद को विश्वशांति का दूत बताते हैं, वहीं कई देशों ने उनके बयानों को खारिज किया है। ईरान और इज़राइल के बीच संघर्ष लगातार तीव्र हो रहा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सचमुच कोई मध्यस्थता काम आएगी या संघर्ष और गहराएगा।