लोकेश्वर सिन्हा, गरियाबंद
छत्तीसगढ़ राज्य अशासकीय विद्यालय संचालक संघ द्वारा शुरू किए गए ‘पीपल का पेड़ – गुरु के नाम’ अभियान के अंतर्गत गरियाबंद स्थित एंजल एंग्लो हाई स्कूल में आज एक विशेष वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान में स्कूल के सैकड़ों बच्चों ने भाग लिया और अपने टिफिन, वॉटर बॉटल और बैग के साथ एक पौधा भी स्कूल लेकर पहुंचे।
विद्यालय परिसर में छाया उत्सव का माहौल
कार्यक्रम के दौरान पूरा स्कूल परिसर उत्सवमय हो गया। छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण और स्कूल प्रबंधन मिलकर पौधे लगाते नजर आए। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य श्री स्टेफ़ड बंस ने स्वयं बच्चों के साथ मिलकर पौधारोपण किया और उन्हें पर्यावरण संरक्षण का महत्व बताया।
“एक पौधा, एक जीवन मूल्य” – प्राचार्य स्टेफ़ड बंस
श्री बंस ने कहा,
“एक पौधा लगाना केवल पर्यावरण को बचाने का कार्य नहीं, बल्कि एक जीवन संजोने जैसा है। यह पेड़ बच्चों के साथ बड़ा होगा और जीवन भर की हरी याद बन जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अभियान न सिर्फ बच्चों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाते हैं, बल्कि उन्हें जीवन मूल्यों की गहराई से समझ भी देते हैं।
बच्चों ने ली पौधों की देखभाल की शपथ
विद्यालय प्रबंधन द्वारा प्रत्येक छात्र को जिम्मेदारी दी गई कि वे अपने लगाए गए पौधों की नियमित देखभाल करें। बच्चों ने शपथ ली कि वे अपने पौधों की निगरानी करेंगे और उन्हें बड़ा होते देखेंगे।
‘ग्रीन डे’ के रूप में मनाया गया आयोजन
इस आयोजन को ‘ग्रीन डे’ की भावना के साथ मनाया गया। छात्र-छात्राएं पर्यावरण से जुड़े स्लोगनों की तख्तियां लेकर स्कूल परिसर में घूमते नजर आए और सभी ने मिलकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
इस सफल आयोजन में स्कूल स्टाफ, शिक्षक, शिक्षिकाएं और अभिभावकों का सक्रिय सहयोग रहा। यह अभियान आने वाले समय में पर्यावरणीय चेतना का मजबूत आधार बनेगा।