BY: Yoganand Shrivastava
देवगढ़ (ओडिशा): ओडिशा के देवगढ़ जिले में बीती रात एक बेहद मर्मांतक हादसा हो गया। जिले के कुंढ़ेइगोला थाना क्षेत्र अंतर्गत खिलेई पंचायत के तलैसिर गांव के पास रेंगाली जलाशय में नाव पलट जाने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि उनकी मां अब तक लापता है। यह घटना उस समय घटी जब एक परिवार रात के अंधेरे में मछली पकड़ने के बाद नदी पार कर रहा था।
हाथियों के डर से लौटते समय हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, परिवार ने नदी किनारे मचान बनाकर रात बिताई थी। लेकिन क्षेत्र में हाथियों की मौजूदगी की खबर मिलते ही वे वापस लौटने लगे। इसी दौरान नाव का संतुलन बिगड़ा और वह पलट गई।
चार लोग थे नाव में सवार
डोंगे में बूलू पेन्ठेई, उनकी पत्नी ज्योत्स्ना पेन्ठेई, पांच साल का बेटा आयुष पेन्ठेई, और तीन साल का बेटा रियांश पेन्ठेई सवार थे। दुर्घटना में सभी नदी में डूब गए। गुरुवार सुबह आयुष और रियांश के शव बरामद कर लिए गए हैं, लेकिन ज्योत्स्ना की तलाश अभी भी जारी है।
पिता किसी तरह बच पाए, आंखों के सामने उजड़ गया संसार
बच्चों के पिता बूलू पेन्ठेई किसी तरह से अपनी जान बचाने में सफल रहे, लेकिन उन्होंने अपने दोनों बच्चों को खो दिया और पत्नी अब भी लापता है। यह हादसा पूरे गांव में गहरा शोक और दहशत छोड़ गया है।
प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
खिलेई पंचायत के सरपंच गोविंद प्रधान ने बताया कि यह परिवार मूसाकनी गांव का निवासी है और मछली पकड़ने के लिए अक्सर इसी जलाशय में आता था। घटना के दौरान नाव में छोटे बच्चे भी सवार थे।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं कि रेंगाली जलाशय में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, फिर भी अब तक कोई ठोस सुरक्षा उपाय नहीं किए गए। सवाल यह भी है कि रात के अंधेरे में बिना सुरक्षा उपकरणों के नदी पार करने की मजबूरी आखिर क्यों बनी?
बचाव अभियान जारी, जांच में जुटी पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंच गए और तलाश अभियान शुरू किया गया। अब तक मां का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पूरे गांव में शोक का माहौल है और पीड़ित परिवार के घर में मातम पसरा हुआ है।
यह हादसा एक बार फिर प्रशासनिक उदासीनता और ग्रामीणों की मजबूरी को उजागर करता है, जहां सुरक्षा के अभाव में जान की कीमत बेहद सस्ती हो गई है।