हिमालय की एक शांत रात अचानक जादुई बन गई। तिब्बत के ऊपर आसमान में लाल रंग की रहस्यमयी चमक दिखाई दी। ये कोई आम बिजली नहीं थी, बल्कि लाल स्प्राइट्स थे, जो आसमान में चमक रहे थे। मई 2022 में ये नजारा देखने को मिला, जिसने फोटोग्राफर्स और वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया।

हिमालय में दिखा अनोखा नजारा
19 मई 2022 की रात को, दो फोटोग्राफर्स – एंजेल एन और शुचांग डोंग – पुमोयोंगकुओ झील के पास अपने कैमरे लिए बैठे थे। इनका मकसद था आसमान के कुछ खास नजारे कैद करना। लेकिन जो हुआ, वो उनकी सोच से कहीं बढ़कर था। उस रात आसमान में 100 से ज्यादा लाल स्प्राइट्स चमके।
ये बिजली के बोल्ट्स अकेले नहीं आए। कुछ तो बढ़ते गए और नए-नए पैटर्न बनाते गए। साथ में एक ऐसा नजारा भी दिखा, जो एशिया में पहले कभी नहीं देखा गया था – हरी एयरग्लो, जो आयनमंडल के नीचे चमक रही थी। वैज्ञानिकों ने इन्हें बाद में “घोस्ट स्प्राइट्स” का नाम दिया।
इन तस्वीरों ने दुनिया भर में तहलका मचा दिया। न्यूज चैनल्स, वैज्ञानिक और मौसम एक्सपर्ट्स सब इसकी बात करने लगे। ये सिर्फ एक खूबसूरत मंजर नहीं था, बल्कि इसमें वैज्ञानिक रहस्य भी छिपा था। ये नजारा बता रहा था कि आसमान में कुछ बड़ी ताकतें काम कर रही हैं।
लाल स्प्राइट्स का रहस्य समझें
चीन की यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के प्रोफेसर गाओपेंग लू और उनकी टीम ने इसकी पड़ताल शुरू की। उन्होंने पाया कि ये विशाल स्प्राइट्स जमीन से बादलों तक जाने वाली तेज बिजली की वजह से पैदा हुए।
प्रोफेसर लू ने कहा, “ये घटना वाकई कमाल की थी। हमने पाया कि ये स्प्राइट्स उन बिजली की चमक से जुड़े थे, जिनमें करंट बहुत ज्यादा था।” ये बिजली हिमालय के ऊपर आए एक बड़े तूफान से निकली थी। इससे साबित हुआ कि इस इलाके के तूफान ऊपरी वायुमंडल में भी जोरदार असर डाल सकते हैं।
हालांकि, एक दिक्कत थी – इन तस्वीरों में सटीक समय की जानकारी नहीं थी। बिना टाइमस्टैम्प के ये पता लगाना मुश्किल था कि कौन सा स्प्राइट किस बिजली से जुड़ा है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने नया तरीका निकाला – सैटेलाइट डेटा और सितारों की पोजीशन से हर स्प्राइट का समय पता किया।
तूफान ने खोला नया राज
जिस तूफान ने ये कमाल किया, वो एक बड़ा मेसोस्केल कन्वेक्टिव सिस्टम था, जो भारत से तिब्बत तक फैला हुआ था। बिजली बारिश के बड़े-बड़े बादलों से निकली थी। इस तूफान ने एक ही रात में इतने सारे स्प्राइट्स पैदा किए, जितने दक्षिण एशिया में पहले कभी नहीं देखे गए।
अब तक लाल स्प्राइट्स ज्यादातर अमेरिका के ग्रेट प्लेन्स और यूरोप के तटों पर दिखते थे। लेकिन इस खोज ने हिमालय को भी दुनिया के टॉप स्प्राइट्स वाले इलाकों में ला दिया। वैज्ञानिकों का मानना है कि पहाड़ी तूफान ऊपरी वायुमंडल में ऊर्जा पहुंचा सकते हैं।
“एडवांसेज इन एटमॉस्फेरिक साइंसेज” में छपी इस स्टडी ने कई नई बातें बताईं। ये ऊंचाई वाले बिजली के बोल्ट्स वायुमंडल की केमिस्ट्री को प्रभावित कर सकते हैं। साथ ही, ये ऊर्जा और कणों को आसमान की अलग-अलग परतों में ले जा सकते हैं।
हिमालय का नया रहस्य
तिब्बत के ऊपर दिखे लाल स्प्राइट्स सिर्फ एक दुर्लभ नजारा नहीं थे। ये विज्ञान, फोटोग्राफी और प्रकृति की ताकत को जोड़ने वाला पल था। हिमालय, जो अपनी शक्ति और शांति के लिए जाना जाता है, अब एक नया रहस्य लिए हुए है – रात के आसमान में चमकती लाल रोशनी।





