बहराइच में आज सोमवार की सुबह तनाव भरी हुई। रात में हिंसक झड़प के बाद अब सुबह जबरदस्त तनाव देखने को मिल रहा है। सुबह होते ही सैकड़ों की संख्या में लोग मृतक रामगोपाल मिश्रा का शव लेकर सड़क पर उतर गए। उन्होंने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है। हालात देख इलाके में भारी पुलिस बल लगाया गया है। डीएम, एसपी और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और आक्रोशित लोगों को मनाने में जुटे हैं। वहीं, बहराइच हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
अस्पताल, दुकानों और गैस एजेंसी में आग
सैकड़ों की भीड़ हाथों में लाठी-डंडा लेकर आगे बढ़ती जा रही है। वहीं, पुलिस के जवान खड़े हुए हैं। कुछ लोग अपशब्द भी कह रहे हैं। जब विरोध प्रदर्शन हिंसक होने लगा तो पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। अभी फिलहाल मौके पर डीएम मोनिका रानी भी पहुंची हैं। जिन्होंने कहा, “हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।”
#WATCH उत्तर प्रदेश: बहराइच डीएम मोनिका रानी ने कहा, "हम स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं…" https://t.co/w2bJ3UguCy pic.twitter.com/4hth8Tq0Sy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 14, 2024
क्या है पूरा मामला
महसी तहसील के महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस पर पथराव के बाद फायरिंग की घटना में गोली लगने से रेहुआ मंसूर गांव निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) पुत्र कैलाश नाथ उर्फ पुताई घायल हो गया था। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया लेकिन मेडिकल कॉलेज बहराइच में इलाज के दौरान मौत हो गई। रामगोपाल की मौत से गुस्साए लोगों ने मेडिकल कॉलेज के बाहर गेट के सामने सड़क पर शव रखकर जाम लगाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था।