BY: Yoganand Shrivastva
पुडुचेरी,: फैशन और मॉडलिंग की दुनिया से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। पुडुचेरी की नामचीन मॉडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर सैन रेचल गांधी ने महज 26 वर्ष की उम्र में आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया है।
प्रतिभावान मॉडल की दुखद विदाई
सैन रेचल, जिन्हें मिस पुडुचेरी 2020, मिस बेस्ट एटीट्यूड 2019, मिस डार्क क्वीन तमिलनाडु 2019, और क्वीन ऑफ मद्रास 2022-2023 जैसे खिताबों से नवाजा गया था, मॉडलिंग के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम बन चुकी थीं। अपनी मेहनत, आत्मविश्वास और अलग अंदाज से उन्होंने कई युवाओं को प्रेरित किया था।
मृत्यु से पहले क्या हुआ था?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सैन रेचल ने यह कठोर कदम अपने पिता से मिलने के कुछ समय बाद उठाया। उनके पास से मिला सुसाइड नोट बेहद भावुक था, जिसमें उन्होंने किसी भी व्यक्ति या परिस्थिति को सीधे तौर पर दोषी नहीं ठहराया। हालाँकि, पुलिस को संदेह है कि पारिवारिक और आर्थिक समस्याओं ने इस त्रासदी को जन्म दिया।
जांच में सामने आए अहम खुलासे
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि सैन रेचल लंबे समय से किडनी की बीमारी से जूझ रही थीं और जिपमेर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। इलाज और काम के दबाव के चलते उन्होंने अपने गहने गिरवी रख दिए थे। इसके अलावा, आर्थिक तंगी और मानसिक तनाव ने उनकी स्थिति को और भी अधिक जटिल बना दिया था।
बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने घर पर ब्लड प्रेशर की कई गोलियां खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। हालत बिगड़ने पर उन्हें पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल और फिर जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।
पुलिस की जांच जारी
पुडुचेरी पुलिस ने मामले में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत केस दर्ज कर लिया है और विस्तृत जांच शुरू कर दी है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, ससुराल पक्ष पर भी कुछ संदेह जताया गया है, जिसकी जांच की जा रही है।
एक साहसी लड़की, जिसने रूढ़ियों को तोड़ा
सैन रेचल गांधी, जिनका असली नाम शंकर प्रिया था, ने रंग-रूप और सामाजिक मान्यताओं की परवाह किए बिना मॉडलिंग में कदम रखा और एक नयी पहचान बनाई। उन्होंने यह दिखाया कि आत्मविश्वास और मेहनत के दम पर कोई भी युवा सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है।
समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि कैसे युवा मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक तनाव के बीच पिसते जा रहे हैं। यह केवल एक व्यक्तिगत क्षति नहीं, बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी है कि मानसिक तनाव और बीमारी से जूझ रहे लोगों को समय पर सहायता मिलनी चाहिए।
सैन रेचल गांधी की असामयिक मृत्यु ने केवल मॉडलिंग इंडस्ट्री को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को झकझोर दिया है। उनकी जिंदगी और संघर्ष एक सीख है कि मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक सहारा कितने अहम होते हैं। जरूरत इस बात की है कि हम समय रहते संवेदनशील बनें, और अपनों की पीड़ा को पहचान कर उनका साथ दें।