BY: Yoganand Shrivastva
अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में जहां 265 लोगों की जान चली गई, वहीं इस हादसे ने डोंबिवली की एक होनहार बेटी की उड़ान भी छीन ली। एयर इंडिया की क्रू मेंबर रहीं रोशनी सोनघरे का नाम भी उन लोगों में शामिल हो गया जिन्होंने इस त्रासदी में अपनी जान गंवाई।
छोटे से कमरे में देखा बड़ा सपना
डोंबिवली की संकरी गलियों में एक 10×10 के छोटे कमरे से रोशनी ने अपने सपनों की शुरुआत की थी। एक सामान्य परिवार से आने वाली रोशनी ने जब एयर होस्टेस बनने की ठानी, तो चुनौतियों की कोई कमी नहीं थी। लेकिन सपनों को सच करने का जुनून उसे स्पाइसजेट और फिर एयर इंडिया तक ले गया।
परिवार से मिलकर लौटी थी गांव से
हादसे से ठीक दो दिन पहले रोशनी अपने गांव आई थी। दादा-दादी, चाचा-चाची से मिलना, कुलदेवता के दर्शन करना — उसने हर पल को पूरे दिल से जिया। लेकिन जैसे ही घर लौटी, उसे लंदन की फ्लाइट पर ड्यूटी के लिए अहमदाबाद रवाना होना पड़ा। उसी फ्लाइट में उसकी मौत हो गई।
मां को अब तक नहीं दी गई खबर
परिवार में मातम पसरा हुआ है। लेकिन सबसे दर्दनाक पहलू यह है कि रोशनी की मां को अभी तक हादसे की जानकारी नहीं दी गई। उन्हें लो बीपी की शिकायत है, ऐसे में ये खबर उनके लिए जानलेवा हो सकती है। रोशनी के मामा ने बताया कि रोशनी की शादी भी तय नहीं हुई थी। कुछ दिन पहले उन्होंने जब उससे शादी के बारे में पूछा तो उसने कहा था, “जो पसंद होगा, उसी से करूंगी।”
छोटा भाई जहाज पर, पिता अहमदाबाद में
रोशनी का छोटा भाई जहाज पर कार्यरत है और बड़े भाई, पिता तथा अन्य परिजन अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। वहीं, एयर इंडिया की ओर से अब तक परिजनों से कोई आधिकारिक संपर्क नहीं हुआ, हालांकि कुछ सहकर्मी मौके पर मौजूद हैं और सहायता कर रहे हैं।
डोंबिवली समाज का साथ
रोशनी के मामा ने बताया कि डोंबिवली के लोग पूरा सहयोग कर रहे हैं। संकट की इस घड़ी में समाज की एकजुटता और संवेदनाएं रोशनी के परिवार के लिए सहारा बन रही हैं।