रिपोर्टर: सुनील कुमार ठाकुर
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घटना
बलरामपुर जिले के रामानुजगंज (रामानुज गंज) क्षेत्र में हाल के दिनों में आवारा कुत्तों के हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है। नर्यात्रा की हलचल इस डर और असुरक्षा की वजह बनी है, क्योंकि हर गली और चौराहे पर कुत्ते अब घातक साबित हो रहे हैं। बीते कुछ दिनों में कम से कम 12 लोग इस संकट का शिकार बने हैं, जिनमें एक गर्भवती महिला और तीन छोटे बच्चे शामिल हैं।
प्रभावित vulnerable groups
- 6वीं कक्षा की छात्रा मानवी अपने पिता के साथ बाइक से स्कूल जा रही थी, तब अचानक एक कुत्ता आया और उसने पैर में काट लिया।
- 6 वर्षीय आदर्श पाल, जिस पर भी हमला हुआ।
- गर्भवती प्रियंका सोनी (25 वर्ष) को भी घायल किया गया, जबकि वह अपने पति के साथ बाइक पर थी।
कुल मिलाकर, 5 से 8 लोग इन हमलों में घायल हो चुके हैं, जिसमें दो वर्ष के मासूम समेत आठ लोग भी शामिल बताए गए हैं।
हालात की गंभीरता
- हमलावर कुत्ते तेज़ी से चलती बाइक का पीछा करते हुए पीछा करके काटते हैं, जिससे लोग और बाइक सवार लोग भयभीत हो चुके हैं।
- स्थानीय लोग बताते हैं कि रामानुजगंज की हर गली-चौराहे पर लगभग 10–15 कुत्तों का झुंड घूम रहा है, दिन-रात की काल-पख तमाम समय सुरक्षा खतरे में है।
इलाज और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
- घायल सभी लोगों का प्राथमिक इलाज 100-बिस्तर अस्पताल, रामानुजगंज में किया गया है।
- नगर पालिका ने मुनादी और कुत्तों को पकड़कर अन्यत्र छोड़ने जैसी शुरुआत की है; साथ ही लोगों को सतर्क रहने के लिए निर्देशित किया जा रहा है।
अन्य जिलों की स्थिति
यह समस्या केवल बलरामपुर तक सीमित नहीं है:
- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी आवारा कुत्तों ने हालिया समय में कई हमले किए; टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बिलासपुर में एक पागल कुत्ते ने 12 लोगों को, जिनमें आठ बच्चे शामिल थे, काटा था।
- धमतरी जिले में चार दिनों में 120 से अधिक लोग कुत्तों के काटने का शिकार बने।