रविवार रात एक बड़ी लापरवाही और सुरक्षा में सेंध का मामला सामने आया जब भोपाल से दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस पर अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया। यह घटना बिरला नगर और रायरू स्टेशन के बीच हुई।
पथराव के कारण AC कोच C-5 की खिड़की का कांच टूट गया और वहां बैठी महिला यात्री घबरा गई। इस खतरनाक वारदात के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई।
घटना का पूरा विवरण
- स्थान: बिरला नगर और रायरू स्टेशन के बीच
- समय: रविवार रात, ग्वालियर स्टेशन से निकलने के तुरंत बाद
- प्रभावित कोच: AC कोच C-5
- प्रभावित यात्री: रेलशिया श्रीवास्तव, गोविंदपुर निवासी
- घटना का प्रभाव: कांच टूटने से तेज आवाज हुई, यात्री डर गए
महिला यात्री का अनुभव
रेलशिया श्रीवास्तव ने बताया कि जैसे ही ट्रेन ग्वालियर स्टेशन पार कर बिरला नगर पहुंची, उनकी साइड विंडो सीट पर अचानक एक पत्थर आकर टकराया। कांच तेज आवाज के साथ टूट गया।
महिला यात्री के डरने पर आसपास के यात्रियों ने मदद की और तुरंत टीसी को सूचना दी गई।
सुरक्षा टीम की त्वरित कार्रवाई
- टीसी द्वारा कंट्रोल रूम को सूचना दी गई
- GRP और RPF की टीमों ने बिरला नगर से रायरू तक सर्च ऑपरेशन चलाया
- कोई आरोपी नहीं मिला, जांच अभी भी जारी
रेलवे जांच में जुटा
रेलवे प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। संबंधित कोच के यात्रियों से बयान लिए जा रहे हैं ताकि घटना की सही जानकारी मिल सके और दोषियों को पकड़ा जा सके।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
- 12 जून को सोनागिर स्टेशन और एजी ऑफिस पुल के पास भी पथराव
- एजी ऑफिस पुल पर एक मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति द्वारा पत्थर फेंका गया था
- ये घटनाएं यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं
क्या कहता है यह मामला?
शताब्दी एक्सप्रेस जैसी सुपरफास्ट ट्रेनों पर इस तरह की घटनाएं
- रेलवे सुरक्षा व्यवस्था की कमजोरी को दर्शाती हैं
- यात्रियों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा करती हैं
- रेलवे प्रशासन को ऐसे रूटों पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है
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ग्वालियर में शताब्दी एक्सप्रेस पर हुआ पथराव एक गंभीर सुरक्षा चूक का उदाहरण है। हालांकि आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई की, लेकिन आरोपियों का न पकड़ा जाना रेलवे के लिए एक चुनौती है। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए निगरानी तंत्र को और मजबूत करना जरूरी है।