समस्तीपुर, बिहार | 2 मई, 2025 – जिसने हजारों सांपों की जान बचाई, आखिरकार एक सांप के काटने से उसी की जान चली गई। समस्तीपुर जिले के बसही भिंडी निवासी 35 वर्षीय जय कुमार सहनी, जिन्हें ‘सांपों का मसीहा’ कहा जाता था, एक जहरीले सांप के काटने से उनकी मौत हो गई।
सांप बचाने को समर्पित था जीवन
पिछले पांच सालों से जय सहनी ने 2,000 से ज्यादा सांपों को बचाया और उन्हें सुरक्षित जगहों पर छोड़ा। उनके इस साहसिक काम की वजह से सोशल मीडिया पर वह ‘स्नेक मैन’ के नाम से मशहूर थे। गांव वाले उन्हें प्यार से ‘सांपों का मसीहा’ कहते थे।
आखिरी रेस्क्यू मिशन में हुआ हादसा
हादसा तब हुआ जब गुनाई वसही गांव से सांप निकलने की सूचना मिली। हमेशा की तरह जय तुरंत मौके पर पहुंचे। लेकिन इस बार किस्मत ने साथ नहीं दिया। सांप ने उनके दाएं हाथ के अंगूठे पर काट लिया। जहर तेजी से फैला और उन्हें समस्तीपुर सदर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
डॉक्टर संतोष कुमार ने बताया, “जब वह अस्पताल पहुंचे, तब तक जहर पूरे शरीर में फैल चुका था। उनकी मौत हो चुकी थी।”
शोक में डूबा समाज
जय की मौत की खबर से पूरा इलाका स्तब्ध है। सोशल मीडिया पर लोगों ने श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, “जिसने हजारों जानें बचाईं, उसे कोई नहीं बचा पाया।”
जय 13 साल पहले शादीशुदा हुए थे और दो बच्चों के पिता थे। उनके पिता शिवलगन सहनी ने बताया कि जय को बचपन से ही जानवरों से लगाव था और उन्होंने बिना किसी ट्रेनिंग के ही सांप पकड़ना सीख लिया था।
एक ऐसा हीरो जिसे याद रखा जाएगा
ताजपुर थाना प्रभारी के अनुसार, अभी तक इस मामले में कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं हुई है। लेकिन जय सहनी की कहानी लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेगी।
अंतिम विदाई
जय सहनी की मौत उन सभी लोगों के लिए एक सबक है जो जंगली जानवरों को बचाने का काम करते हैं। वह भले ही आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका साहस और मानवता हमेशा याद किया जाएगा।