BY: Yoganand Shrivastva
बालेश्वर, ओडिशा: ओडिशा के बालासोर (बालेश्वर) जिले से एक अत्यंत दुखद और विचलित कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एफएम कॉलेज में पढ़ने वाली एक बीएड की छात्रा ने कथित तौर पर कॉलेज के एक शिक्षक द्वारा यौन उत्पीड़न से आहत होकर खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। इस भयावह घटना में उसे बचाने की कोशिश करने वाला एक छात्र भी गंभीर रूप से घायल हो गया है। दोनों को पहले बालासोर जिला अस्पताल ले जाया गया और फिर हालत नाजुक होने के कारण एम्स भुवनेश्वर रेफर किया गया।
घटना का वीडियो वायरल, पूरा शहर स्तब्ध
यह घटना शनिवार को कॉलेज परिसर में हुई और इसका लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पूरे शहर में शोक और आक्रोश की लहर दौड़ गई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्रा ने कॉलेज के गेट के सामने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगाई। जैसे ही आग की लपटें भड़कीं, एक छात्र उसे बचाने के लिए दौड़ा, लेकिन वह भी लपटों की चपेट में आ गया।
शिक्षक पर गंभीर आरोप
छात्रा इंटीग्रेटेड बीएड प्रोग्राम के दूसरे वर्ष की छात्रा थी। उसने कॉलेज के एचओडी पर शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। छात्रा के करीबी सूत्रों के अनुसार, उसने पहले भी कॉलेज प्रशासन को कई बार उत्पीड़न की शिकायत दी थी, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया। यहां तक कि वह इस मुद्दे पर प्रदर्शन भी कर चुकी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
चुप्पी साधे कॉलेज प्रशासन
घटना के बाद कॉलेज प्रशासन से जब प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि जांच पूरी होने तक वे कोई बयान नहीं दे सकते। हालांकि पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और छात्रा के आरोपों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
शहर में गुस्सा, छात्र संगठनों का आक्रोश
घटना के बाद पूरे बालेश्वर में आक्रोश फैल गया है। छात्र संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कॉलेज प्रशासन की संवेदनहीनता और लापरवाही पर कड़ा विरोध जताया है। कई संगठनों का कहना है कि अगर छात्रा की शिकायत पर पहले ही कार्रवाई की जाती, तो शायद इस दर्दनाक घटना को रोका जा सकता था। छात्र नेताओं ने मांग की है कि आरोपी शिक्षक को तत्काल निलंबित कर कानूनी कार्रवाई की जाए।
क्या कहती है यह घटना?
यह त्रासदी केवल एक छात्रा की पीड़ा नहीं, बल्कि उन तमाम छात्रों की कहानी है जिनकी आवाज़ समय रहते नहीं सुनी जाती। यह घटना दर्शाती है कि आज भी कई शैक्षणिक संस्थान अपने भीतर मौजूद असंवेदनशीलता और अनुशासनहीनता से जूझ रहे हैं। ऐसे मामलों में समय पर कार्रवाई, यौन उत्पीड़न की जांच के लिए स्वतंत्र समिति और महिला सुरक्षा तंत्र की मजबूती बेहद आवश्यक है।
पुलिस जांच जारी, दोषी पर कार्रवाई तय
फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच तेजी से जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और चश्मदीदों से पूछताछ कर रहे हैं। यह तय माना जा रहा है कि छात्रा की आपबीती और घटना के वायरल वीडियो को साक्ष्य मानते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।