एक बार फिर चर्चा में SDM ज्योति मौर्या विवाद
उत्तर प्रदेश की चर्चित SDM ज्योति मौर्या एक बार फिर सुर्खियों में आ गई हैं। उनके पति आलोक मौर्या, जो एक सफाईकर्मी हैं, ने अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में गुज़ारा भत्ता (maintenance allowance) की मांग को लेकर याचिका दाखिल की है। इससे पहले इस दंपति के बीच का निजी विवाद सार्वजनिक बहस का केंद्र बन चुका है, और अब यह मामला फिर से कानूनी मोड़ लेता दिख रहा है।
⚖️ हाईकोर्ट में पहुंचा गुज़ारा भत्ता का मामला
- आलोक मौर्या ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है जिसमें उन्होंने SDM पत्नी ज्योति मौर्या से गुज़ारा भत्ता देने की मांग की है।
- इस याचिका पर कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए SDM ज्योति मौर्या को नोटिस भेजा है।
- अगली सुनवाई की तारीख 8 अगस्त 2025 निर्धारित की गई है।
📌 पिछले विवाद की पृष्ठभूमि: कब शुरू हुआ विवाद?
यह मामला सबसे पहले तब सुर्खियों में आया था जब आलोक मौर्या ने पत्नी ज्योति पर अवैध संबंधों और हत्या की साजिश जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि:
- SDM बनने के बाद ज्योति उनके साथ रहना नहीं चाहतीं क्योंकि वह एक सफाईकर्मी हैं।
- उन्होंने आरोप लगाया था कि ज्योति का मनीष दुबे नामक व्यक्ति से अफेयर है।
- दोनों मिलकर आलोक की हत्या की साजिश रच रहे थे।
🧾 ज्योति मौर्या का जवाब: पति पर दर्ज कराए गंभीर आरोप
आलोक के आरोपों के जवाब में ज्योति मौर्या ने भी कानूनी कार्रवाई की थी, जिसमें उन्होंने:
- फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की।
- प्रयागराज के धूमनगंज थाने में घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया।
- उनका कहना है कि वह आलोक मौर्या से अलग होकर नई जिंदगी शुरू करना चाहती हैं।
📰 विवाद का बढ़ता प्रभाव: पर्सनल से पब्लिक तक
यह मामला एक अफसर और उनके पति के निजी विवाद से शुरू होकर अब समाज और कानून की गंभीर बहस में बदल चुका है। सोशल मीडिया पर इस विवाद को लेकर लोगों की राय बंटी हुई है:
- कुछ लोग आलोक मौर्या को पीड़ित मानते हैं।
- वहीं कई लोगों का मानना है कि यह महिला सशक्तिकरण और निजी आज़ादी का मुद्दा है।
📆 क्या है आगे की कानूनी प्रक्रिया?
- अगली सुनवाई 8 अगस्त 2025 को हाईकोर्ट में होगी।
- यह देखा जाना बाकी है कि अदालत किसके पक्ष में फैसला देती है।
- इस मामले का असर अन्य सरकारी सेवकों के पारिवारिक विवादों पर भी पड़ सकता है।
📢 निष्कर्ष:
SDM ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्या के बीच चल रहा विवाद एक बार फिर चर्चा में है। अब जब मामला हाईकोर्ट पहुंच चुका है और गुज़ारा भत्ता की मांग हो चुकी है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि कानून किसका पक्ष लेता है। व्यक्तिगत रिश्तों की इस कानूनी लड़ाई ने लोगों का ध्यान फिर से खींच लिया है।





