रूस-यूक्रेन युद्ध में हाल ही में अब तक का सबसे भीषण हवाई हमला देखने को मिला। रूस ने एक ही रात में 728 ड्रोन और 13 मिसाइलों का इस्तेमाल कर यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों पर हमला किया। यह हमला केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से यूक्रेन की सैन्य और लॉजिस्टिक क्षमता को कमजोर करने की एक बड़ी कोशिश थी।
किस जगह को बनाया गया निशाना?
लुत्स्क: रणनीतिक रूप से अहम शहर
- स्थान: उत्तर-पश्चिम यूक्रेन, पोलैंड और बेलारूस की सीमा के पास
- महत्व: यहां स्थित हैं यूक्रेनी वायुसेना के बेस
- उड़ान केंद्र: मालवाहक और लड़ाकू विमानों के नियमित संचालन का हब
अन्य टारगेट
- पश्चिमी यूक्रेन के कई एयरबेस और डिपो
- विदेशी सैन्य सहायता का प्रमुख ट्रांजिट पॉइंट
- हथियार और लॉजिस्टिक्स सप्लाई चैन के मुख्य केंद्र
इस हमले का उद्देश्य यूक्रेन की वायु सुरक्षा प्रणाली को कमजोर करना और विदेशी सैन्य आपूर्ति की राह को बाधित करना था।
अमेरिका का समर्थन, फिर शुरू हुई हथियारों की आपूर्ति
रूस का यह हमला ऐसे वक्त में हुआ जब अमेरिका ने यूक्रेन को हथियारों की दोबारा आपूर्ति शुरू कर दी है। पहले ट्रंप प्रशासन के दौरान यह सप्लाई रुकी हुई थी, लेकिन अब इसे फिर से सक्रिय किया गया है।
अमेरिका से मिल रहे प्रमुख हथियार:
- 155 मिमी गोला-बारूद
- GMLRS (Guided Multiple Launch Rocket System)
- अन्य आधुनिक लॉजिस्टिक्स और रक्षा संसाधन
इन हथियारों का उद्देश्य है यूक्रेन की सैन्य ताकत और सप्लाई नेटवर्क को मज़बूती देना।
युद्ध का नया चरण
रूस का यह हमला यूक्रेन के खिलाफ अब तक की सबसे आक्रामक रणनीति का संकेत देता है। इसके जरिये रूस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह यूक्रेन की रक्षा व्यवस्था और विदेशी मदद दोनों को जड़ से हिलाने की कोशिश कर रहा है। आने वाले समय में यह हमला युद्ध की दिशा को निर्णायक रूप से प्रभावित कर सकता है।