सपनों का हनीमून बना भयानक हादसा
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले से एक दुखद खबर सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया है। हाल ही में शादी के बंधन में बंधा नवविवाहित जोड़ा, कौशलेन्द्र प्रताप सिंह और अंकिता सिंह, हनीमून पर सिक्किम गया था। लेकिन यह रोमांटिक यात्रा एक दर्दनाक हादसे में बदल गई जब उनकी कार तीस्ता नदी में गिर गई। दोनों अब लापता हैं और उनका तलाश अभियान लगातार जारी है।
🗓️ हादसे की पूरी घटना: कब, कहां और कैसे हुआ
- तारीख: 29 मई 2025 की रात
- स्थान: मंगन जिला, सिक्किम
- परिस्थिति: भारी बारिश और खराब मौसम के चलते कार फिसलकर लगभग 1000 फीट गहरी तीस्ता नदी में जा गिरी
- सवारी: गाड़ी में 11 पर्यटक और 1 ड्राइवर मौजूद थे
👥 लापता लोगों में कौन-कौन शामिल?
- कौशलेन्द्र प्रताप सिंह (29), प्रतापगढ़, यूपी
- अंकिता सिंह (26), लखनऊ की निवासी
- इतिश्री जेना – ओडिशा भाजपा महिला मोर्चा की सचिव
- जेना के परिवार के 6 सदस्य
- अन्य पर्यटक
🚨 अब तक का रेस्क्यू स्टेटस:
- 1 मृतक की पुष्टि
- 3 लोगों को सुरक्षित बचाया गया
- 8 लोग अब भी लापता
🌧️ बचाव अभियान में बाधाएं: मौसम और भू-स्खलन बना संकट
प्रमुख चुनौतियाँ:
- तीव्र वर्षा के कारण तीस्ता नदी सामान्य से 4 मीटर ऊपर बह रही है
- भूस्खलन के चलते कई रास्ते बंद
- कार अब भी नदी के मलबे के नीचे दबी हुई है
- स्थानीय पुलिस, ITBP, NDRF और SDRF की टीमें युद्ध स्तर पर खोज में जुटी हुई हैं
सिक्किम के SP सोनम डेटचु भूटिया ने बताया कि कार को खोजने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हालात बेहद चुनौतीपूर्ण हैं।
💔 परिवार की व्यथा: उम्मीद और बेबसी के बीच संघर्ष
लालगंज, प्रतापगढ़ में रहने वाले कौशलेन्द्र के परिवार का दर्द बयान करना मुश्किल है। उनके पिता शेर बहादुर सिंह पांच अन्य परिजनों के साथ सिक्किम पहुंच चुके हैं और स्थानीय प्रशासन के साथ खोज अभियान में लगे हुए हैं।
“हमें आज तक मेरे बेटे का मोबाइल भी नहीं मिला। हम असहाय महसूस कर रहे हैं।”
— शेर बहादुर सिंह, पीड़ित पिता
कौशलेन्द्र के माता-पिता का यह इकलौता बेटा था। वे दिल्ली में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। वहीं अंकिता लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन विभाग में कार्यरत थीं।
🚆 हनीमून की योजना कैसे बनी?
इस यात्रा की योजना अचानक बनी थी।
- 22 मई को ट्रेन टिकट वेटिंग से कन्फर्म हुई
- 24 मई को दोनों सिक्किम के लिए रवाना हुए
- 29 मई को आखिरी बार मां से फोन पर बात हुई, जिसमें वे बहुत खुश थे
“वे बहुत उत्साहित थे। आखिरी बार जब बात हुई थी, वो मुस्कुरा रहे थे।”
— बेबी सिंह, कौशलेन्द्र की मां
🛑 प्रशासन की अपील: सतर्क रहें, मौसम की चेतावनियों को नजरअंदाज न करें
SP भूटिया के अनुसार, 29 मई की रात को पर्यटकों को बाहर न निकलने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन कुछ लोगों ने इसे नजरअंदाज किया, जिससे यह हादसा हुआ।
📸 सारांश: एक दुखद कहानी जो चेतावनी देती है
प्रतापगढ़ के इस नवविवाहित जोड़े की कहानी न सिर्फ भावुक कर देने वाली है, बल्कि यह हम सभी को यह भी याद दिलाती है कि प्राकृतिक आपदाओं को हल्के में लेना कितना खतरनाक हो सकता है।
📢 निष्कर्ष: उम्मीद की किरण अभी बाकी है
पूरे देश की नजरें अब इस बचाव अभियान पर हैं। प्रार्थना है कि जल्द ही लापता लोग सुरक्षित मिलें। यह हादसा एक सबक भी है कि यात्रा करते समय मौसम की चेतावनी को गंभीरता से लेना जरूरी है।
📌 अगर आप भी ऐसे किसी पर्यटन क्षेत्र में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो कृपया मौसम की अपडेट्स, प्रशासन की चेतावनियों और सुरक्षा नियमों का पालन करें। आपकी सुरक्षा, आपके अपनों की खुशियों की गारंटी है।