BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: पाकिस्तान की ओर से किए गए हमलों का भारत ने जोरदार जवाब दिया है। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने ऐसा प्रतिउत्तर दिया कि पाकिस्तान की हिम्मत जवाब दे गई। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान के चार लड़ाकू विमानों को मार गिराया है— जिनमें दो एफ-16 और दो जेएफ-17 शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इनमें से एक जेएफ-17 को ‘आकाश मिसाइल’ द्वारा टारगेट कर ढेर किया गया।
भारतीय सशस्त्र बलों के अनुसार, स्वदेश में निर्मित ‘आकाश’ (Akash) सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली ने दुश्मन के हमलों को विफल करने में बड़ी भूमिका निभाई है। यह मिसाइल भारतीय सेना और वायुसेना दोनों के पास मौजूद है और इसका उपयोग सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय रूप से किया जा रहा है।
‘आकाश’ मिसाइल की ताकत
‘आकाश’ एक कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली है, जिसे विशेष रूप से संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्रणाली एक साथ कई लक्ष्यों को साधने में सक्षम है और इसे इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग से सुरक्षित (ECCM-enabled) तकनीक के साथ विकसित किया गया है। यह पूरी तरह से मोबाइल है और कहीं भी त्वरित तैनाती की जा सकती है।
आकाश प्राइम: अगली पीढ़ी की मारक क्षमता
‘आकाश मिसाइल’ का नवीनतम संस्करण ‘आकाश प्राइम’ है, जिसका सफल परीक्षण 27 सितंबर 2021 को ओडिशा के चांदीपुर रेंज से किया गया था। यह मिसाइल स्वदेशी रेडियो फ्रीक्वेंसी सीकर से लैस है और ऊंचाई वाले ठंडे क्षेत्रों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करती है। पहले ही ट्रायल में इसने दुश्मन के मानव रहित हवाई लक्ष्य को भेद दिया था।
भारत की जवाबी कार्रवाई से दहशत में पाकिस्तान
भारतीय रक्षा बलों ने हाल ही में पाकिस्तान के 50 से अधिक ड्रोन, 8 मिसाइलें और 4 फाइटर जेट्स को मार गिराया है। इसके बाद भारत ने करारा जवाब देते हुए लाहौर, इस्लामाबाद, कराची, सियालकोट, बहावलपुर और पेशावर जैसे शहरों पर मिसाइलें दागीं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान इस जवाबी कार्रवाई से बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है, क्योंकि वह भारतीय मिसाइलों को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहा।
‘आकाश’ मिसाइल: भारत की वायु रक्षा का काल
- लंबाई: 5.6 मीटर
- वारहेड क्षमता: 60 किलो विस्फोटक
- मारक दूरी: 25 किलोमीटर
- प्रतिक्रिया समय: पलक झपकते
- तैनाती: ऑटोमैटिक और किसी भी इलाके में तुरंत
- सक्षम: ड्रोन, फाइटर जेट और क्रूज मिसाइल को गिराने में
- पूरी तरह स्वदेशी और विश्वसनीय
‘आकाश’ न केवल एक मिसाइल है, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भर रक्षा ताकत का प्रतीक है। यह हर मोर्चे पर देश को सुरक्षित रखने में एक मजबूत कड़ी साबित हो रही है।