भारत द्वारा पाकिस्तानी सेंधा नमक के आयात पर प्रतिबंध लगाने के बाद पाकिस्तान के व्यापारी वैश्विक बाजार में नए खरीदारों की तलाश में जुट गए हैं। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी व्यापारिक रिश्ते तोड़ दिए, जिससे सेंधा नमक के निर्यात पर भी असर पड़ा है।
पाकिस्तान में होता है खास ‘हिमालयी पिंक सॉल्ट’ का उत्पादन
- पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खेवड़ा क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी सेंधा नमक की खदान है।
- यहां करीब 30 प्रोसेसिंग यूनिट्स काम कर रही हैं।
- भारत, पाकिस्तान और चीन सेंधा नमक के प्रमुख निर्यातक हैं, लेकिन हिमालयी पिंक सॉल्ट का उत्पादन केवल पाकिस्तान में ही होता है।
2024 में हुआ था 3.5 लाख टन सेंधा नमक का निर्यात
- पाकिस्तान ने 2024 में करीब 3,50,000 टन सेंधा नमक निर्यात किया था।
- इसकी अनुमानित कीमत थी 12 करोड़ डॉलर।
- भारत इस नमक का सबसे बड़ा खरीदार था, लेकिन व्यापार बंद होने से पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है।
“भारत अब इस नमक का आयात नहीं कर रहा है, जो हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है,” – मंसूर अहमद, गनी इंटरनेशनल।
निर्यात के नए रास्ते: अमेरिका से जापान तक
पाकिस्तानी निर्यातकों ने अब चीन, अमेरिका, वियतनाम और अन्य देशों की ओर रुख किया है।
इत्तेफाक कंपनीज के CEO शहजाद जावेद ने बताया:
- 2025 की पहली तिमाही में चीन को 136.4 करोड़ किलो सेंधा नमक का निर्यात हुआ।
- इसकी कीमत थी 18.3 लाख डॉलर, जो 2024 की तुलना में 40% अधिक है।
ये देश बने नए संभावित खरीदार:
- चीन
- अमेरिका
- वियतनाम
- मलेशिया
- ऑस्ट्रेलिया
- तुर्किये
- नीदरलैंड, इटली, ब्रिटेन, जर्मनी
- ब्राजील, यूएई, जापान, सिंगापुर, चिली, दक्षिण अफ्रीका, रूस
सेंधा नमक की वैश्विक मांग और कीमत
- सेंधा नमक को उसके स्वास्थ्य लाभ के कारण दुनियाभर में पसंद किया जाता है।
- पहले भारत में यह ₹45-₹50 प्रति किलो बिकता था, लेकिन बैन के बाद कीमत ₹70-₹80 प्रति किलो तक पहुंच गई है।
“इस नमक की अंतरराष्ट्रीय मांग बहुत ज्यादा है, भारत से बैन के बावजूद हम सकारात्मक हैं,” – साइमा अख्तर, SMAP प्रमुख।
भारत के सेंधा नमक आयात पर रोक से पाकिस्तान के निर्यातकों को बड़ा झटका लगा है। हालांकि उन्होंने तेजी से अन्य देशों की ओर निर्यात बढ़ाने की योजना बनाई है। आने वाले महीनों में यह देखने लायक होगा कि पाकिस्तान अपने इस अनमोल संसाधन के लिए कितने और नए बाजारों में पैठ बना पाता है।