रिपोर्टर: संजू जैन
बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के बेरला ब्लॉक के ग्राम पंचायत कोहडिया में प्रस्तावित स्टील फैक्ट्री की खबर से ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया है। सोमवार को 22 गांवों के सैकड़ों किसान, सरपंच और पंचों के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और विरोध प्रदर्शन किया।
किसानों का आरोप: कृषि भूमि पर फैक्ट्री की तैयारी
ग्रामीणों का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा बिना ग्राम पंचायत से NOC लिए जनसुनवाई की तैयारी की जा रही है।
- संबंधित भूमि अभी भी कृषि भूमि के रूप में दर्ज है, जिसका डायवर्शन (भूमि उपयोग परिवर्तन) नहीं हुआ है।
- किसानों का आरोप है कि प्रशासन नियमों की अनदेखी कर रहा है।
- उनका कहना है कि कृषि भूमि पर उद्योग स्थापित करना न सिर्फ किसानों की जीविका पर संकट डालेगा बल्कि पर्यावरण और सिंचाई व्यवस्था पर भी गंभीर असर डालेगा।
सैकड़ों किसानों का प्रदर्शन
कलेक्टर कार्यालय पहुंचे किसानों ने प्रशासन से स्पष्ट मांग रखी कि:
- ग्राम पंचायत की सहमति और NOC के बिना कोई भी जनसुनवाई न की जाए।
- जब तक भूमि का विधिवत डायवर्शन नहीं होता, फैक्ट्री की प्रक्रिया रोकी जाए।
- किसानों की जमीनों की सुरक्षा और खेती-किसानी को प्राथमिकता दी जाए।
सरपंच-पंचों की चेतावनी
22 गांवों के सरपंचों और पंचों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने ग्रामीणों की सहमति के बिना जनसुनवाई आयोजित की, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह फैसला सीधे किसानों की जीविका और आने वाली पीढ़ियों को प्रभावित करेगा।
प्रशासन पर उठे सवाल
ग्रामीणों का सवाल है कि जब तक कृषि भूमि का डायवर्शन प्रक्रिया पूरी नहीं होती, तब तक जिला प्रशासन जनसुनवाई कैसे आयोजित कर सकता है?
इससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
किसानों की मांगें
- ग्राम पंचायत की NOC के बिना जनसुनवाई न हो।
- भूमि का उपयोग परिवर्तन (डायवर्शन) पूरा किए बिना फैक्ट्री की प्रक्रिया रोकी जाए।
- किसानों की राय को प्राथमिकता दी जाए और पारदर्शी तरीके से फैसला लिया जाए।