रिपोर्टर: ललित दुबे
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मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने नर्मदा नदी के जलस्तर को बढ़ा दिया है। इसी कारण बुधवार को ओंकारेश्वर बांध से एक ही दिन में लगातार तीसरी बार पानी छोड़ा गया। प्रशासन ने नर्मदा किनारे बसे गांवों और श्रद्धालुओं को सतर्क रहने की अपील की है।
19 गेट खोले गए, 9,155 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया
- बुधवार शाम 7:30 बजे बांध के 19 गेट औसतन 1.60 मीटर तक खोले गए।
- गेट खोलने से लगभग 7,259 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया।
- इसके अलावा पावर हाउस से 1,896 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया।
- कुल मिलाकर 9,155 क्यूमेक्स पानी नर्मदा नदी में प्रवाहित हुआ।

बांध प्रबंधन ने क्यों लिया निर्णय?
बांध प्रबंधन ने बताया कि यह कदम जलस्तर को नियंत्रित रखने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया।
- भारी बारिश के चलते बांध का जलस्तर बढ़ गया था।
- सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त पानी छोड़ा गया।
- नदी किनारे स्थित इलाकों में अलर्ट जारी कर निगरानी बढ़ाई गई है।
नर्मदा घाटों पर कड़ी सुरक्षा
नर्मदा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है।
- गांवों के लोगों को चेतावनी दी गई है।
- श्रद्धालुओं से नदी किनारे जाने से परहेज करने की अपील की गई है।
- प्रशासन की टीमें सतत निगरानी कर रही हैं।
ओंकारेश्वर बांध से पानी छोड़े जाने का असर नर्मदा नदी के बहाव पर साफ नजर आ रहा है। भारी बारिश की वजह से प्रशासन सतर्क है और निचले इलाकों में लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।