मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अंबाह क्षेत्र में रेत माफिया की बदमाशी की एक और घटना सामने आई है। वन विभाग की टीम पर हमला करके माफिया ने जब्त किया गया ट्रैक्टर छीन लिया। यह घटना तब हुई जब अंबाह फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर वीर कुमार तिर्की, दो एसएएफ कर्मियों और अन्य स्टाफ के साथ मोरेना में गश्त पर थे।
क्या हुआ था?
वन विभाग की टीम ने बरेह के पास चंबल नदी से अवैध रेत ले जा रहे एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने की कोशिश की। इस दौरान माफिया के सदस्यों ने ट्रैक्टर को रोकने के लिए सड़क पर एक मोटरसाइकिल फेंक दी। फिर उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों पर हमला कर दिया और जब्त किए गए ट्रैक्टर को छीनकर भाग गए।

माफिया की धमकी
जब वन विभाग की टीम ने ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की, तो ड्राइवर ने ट्रॉली को पलट दिया। ट्रॉली के गिरने के बाद ट्रैक्टर का इंजन बंद कर दिया गया और अधिकारियों ने वाहन का नंबर नोट किया। जैसे ही टीम जब्त किए गए इंजन को अंबाह ले जा रही थी, नौ अज्ञात व्यक्ति तीन मोटरसाइकिल पर वहां पहुंचे। उन्होंने सड़क पर अपनी बाइक फेंककर रास्ता रोका और अधिकारियों को गालियां देने लगे।
जब वन विभाग की टीम ने लाठी निकाली, तो एक हमलावर ने धमकी दी, “अगर हमें मारोगे, तो गोली मार देंगे।” इसके बाद उन्होंने जब्त किए गए ट्रैक्टर को जबरन छीन लिया और वहां से भाग गए।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन विभाग के एसडीओ भुरा गायकवाड़ ने बताया कि टीम ने घटना की तस्वीरें और वीडियो कैप्चर किए हैं। अंबाह पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई गई है और जांच जारी है।
रेत माफिया का बढ़ता आतंक
यह घटना मध्य प्रदेश में रेत माफिया के बढ़ते आतंक को दर्शाती है। पिछले कुछ समय से राज्य में अवैध रेत खनन और माफिया की गतिविधियां तेज हो गई हैं। वन विभाग और पुलिस के लिए इन माफियाओं को रोकना एक बड़ी चुनौती बन गया है।
आगे की कार्रवाई
वन विभाग ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का वादा किया है। घटना में शामिल लोगों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, अवैध रेत खनन पर रोकथाम के लिए और सख्त कदम उठाए जाएंगे।




