मध्यप्रदेश के नीमच पुलिस ने मंदिर में चोरी करने वाले बदमाशों को सबक तो सिखाया ही साथ ही मंदिर में ले जाकर नाक रगड़वाकर माफी मंगवाई। यह मामला अपने आप में अनूठा इसलिए है कि आम तौर पर पुलिस मंदिर चोरी की घटना को तो ट्रेस कर लेती है, लेकिन बाद में कोर्ट में मामला चलता है, पर नीमच पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने चोरों ने जिस मंदिर में चोरी की थी, उस मंदिर में चोरों को ले जाकर उनसे दंडवत माफी मंगवाई, यहीं नहीं चोरी करने वाले आरोपियों से प्रतिमा के समक्ष पुलिस ने नाक भी रगड़वाईं। मंदिर समिति के सदस्यों और ग्रामीणों ने पुलिस का सम्मान किया।
शनिवार शाम करीब चार बजे पुलिस आरोपी महेंद्र मीणा और राजू मीणा को नकाब पहनाकर हथकडी लगाकर मंदिर लेकर पहुंची, जहां पर इन चोरों ने भगवान से माफी मांगी, मंदिर में गंगाजल का छिडकाव कर पवित्र किया गया और ससम्मान वापस प्रतिमा में चोरी हुए आभूषण पहनाए गए। पुलिस की भगवान के प्रति इस आस्था की हर तरफ प्रशंसा हो रही है। कई मामलों में होता है कि चोरी का मामला कोर्ट में चलता है, जब तक चोरी हुए सामान या आभूषण पुलिस की निगरानी में थाने में ही रख दिए जाते है, पर आस्था से जुडी हुई इस चोरी की वारदात में पुलिस ने पंडितजी के सुपुर्दगी में भगवान के आभूषण दिए।
यह था मामला
जीरन थाना क्षेत्र के ग्राम हर्कियाखाल मेंं श्री हर्कियाखाल बालाजी में 1 फरवरी की रात को चोरी की घटना हुई थी। चोर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे, वीडियो में नजर आया कि चोर जूतें पहनकर चमत्कारिक प्रतिमा से जेवरात उतार रहे थे। एसपी अंकित जायसवाल ने इस चोरी की वारदात को गंभीरता से लिया और छह दिन के दौरान ही ट्रेस कर लिया और चोरी हुए बालाजी महाराज के आभूषण जैसे मुकुट, छत्र, चरण पादुका सहित अन्य आभूषण बरामद कर लिए थे। एसपी श्री जायसवाल के मन में सवाल उठा कि चोरो ने बालाजी महाराज का अपमान किया है, इसलिए उन्हें मंदिर में प्रतिमा के सामने खडे होकर माफी मंगवाना चाहिए।
एसपी ने लिया था प्रण
एसपी श्री जायसवाल हर्कियाखाल बालाजी मंदिर के भक्त है, वे मंदिर के दर्शन करने के लिए आए दिन जाते रहते है, जैसे ही मंदिर में चोरी की वारदात हुई तो उन्होंने प्रण लिया कि जब तक यह चोरी ट्रेस नहीं होगी, तब तक मंदिर के दर्शन के लिए नहीं जाउंगा। पुलिस ने एक सप्ताह में ही चोरों को पकड लिया था। आपको बता दें कि चमत्कारिक मंदिर के राजनेता से लेकर कई समाजसेवी दर्शन के लिए आते है। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत, डिप्टी सीएम जगदीश देवडा, पूर्व मंत्री हरदीपसिंह डंग आदि शामिल है।