BY: MOHIT JAIN
मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसूनी सीजन सामान्य से ज्यादा सक्रिय रहा है। प्रदेश में अब तक औसत 43.2 इंच बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 7.4 इंच अधिक है। गुरुवार को भोपाल, राजगढ़, श्योपुर समेत कई जिलों में झमाझम बरसात हुई। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार से अगले 4 दिन तक हल्की बरसात का दौर जारी रहने की संभावना है।
उज्जैन में शिप्रा नदी का पानी मंदिरों में घुसा
उज्जैन में लगातार बारिश के बाद शिप्रा नदी में उफान आ गया। रामघाट स्थित मंदिरों में नदी का पानी घुस गया है। बैतूल के मुलताई में लोगों के घरों में पानी भर गया, जबकि पांढुर्णा में जाम नदी में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
बारिश का पैटर्न और प्रदेश की स्थिति

गुना में अब तक सबसे ज्यादा 65 इंच बारिश हुई है, जबकि खरगोन में सबसे कम 26.2 इंच पानी दर्ज हुआ। इंदौर और उज्जैन संभाग की स्थिति भी संतोषजनक नहीं है। सबसे कम बारिश वाले जिलों में बुरहानपुर, बड़वानी, खंडवा, खरगोन और शाजापुर शामिल हैं।
मानसून की विदाई शुरू
मौसम विभाग का कहना है कि राजस्थान के आधे हिस्से से मानसून लौट चुका है। गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों से भी इसकी वापसी हो चुकी है। यदि यही रफ्तार रही तो जल्द ही मध्यप्रदेश के कई जिलों में भी मानसून की विदाई शुरू हो जाएगी।
तेज बारिश का दौर थमा, लेकिन सतर्क रहें
फिलहाल मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, अगले 4 दिन तक तेज बारिश की संभावना नहीं है। गुरुवार को दो टर्फ और एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय रहे, जिससे कुछ जिलों में बारिश का दौर चला। शुक्रवार से यह सिस्टम कमजोर हो सकता है।





