मध्यप्रदेश में लो-प्रेशर एरिया और दो ट्रफ के कारण लगातार भारी बारिश हो रही है। हालात इतने बिगड़ गए कि कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। राजधानी भोपाल समेत 12 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है।
प्रभावित जिले
- अति भारी बारिश की चेतावनी: नीमच, मंदसौर, श्योपुर, गुना, आगर-मालवा और राजगढ़
- भारी बारिश का अलर्ट: भोपाल, विदिशा, सीहोर, शाजापुर, उज्जैन, रतलाम, मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, डिंडौरी, मंडला और बालाघाट
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि इन जिलों में अगले 24 घंटे में 4 से 8 इंच तक बारिश हो सकती है।
गुना में डैम टूटा, विदिशा में बच्चों की जान खतरे में
- विदिशा: ग्यारसपुर में दो बच्चे पानी के तेज बहाव में फंस गए, जिन्हें ग्रामीणों ने बचा लिया।
- गुना: बमोरी के कलोरा डैम की वेस्ट वियर टूटने से पानी आसपास के गांवों में घुसने की आशंका।
- मुरैना: रामपुर कला के शासकीय बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल का एक हिस्सा ढह गया।
- दमोह: तेंदूखेड़ा और तारादेही के बीच ब्यारमा नदी अचानक उफान पर आ गई, जहां एसडीआरएफ टीम ने एक दंपती को सुरक्षित बचाया।
- इटारसी: तवा डैम के 9 गेट खोलकर 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
- विदिशा: शमशाबाद तहसील में कच्चा घर गिरने से 60 वर्षीय महिला की मौत।
राजधानी भोपाल में हालात
भोपाल में कोलांस नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इससे बड़ा तालाब का जलस्तर तेजी से बढ़ा है और कई इलाकों में जलभराव हो गया है।
बारिश का आंकड़ा: मंगलवार को 32 जिलों में बारिश
- रायसेन: 9 घंटे में 4.5 इंच
- भोपाल: 1.9 इंच
- शाजापुर: 1.7 इंच
- नरसिंहपुर-सागर: 1.2 इंच
- नर्मदापुरम, धार, ग्वालियर, पचमढ़ी: करीब 1 इंच
- उज्जैन, श्योपुर: 0.75 इंच
- इंदौर, शिवपुरी, जबलपुर: 0.5 इंच
इसके अलावा बैतूल, खंडवा, रतलाम, छिंदवाड़ा, रीवा, देवास और आगर-मालवा सहित कई जिलों में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, मंगलवार को प्रदेश के बीचोंबीच लो प्रेशर एरिया और ट्रफ लाइन सक्रिय रही। बुधवार को भी ऐसे ही हालात बने रहेंगे।
मानसून का हाल: 8 जिलों में कोटा पूरा
अब तक 16 जून से प्रदेश में औसत 26.2 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सामान्य 16.9 इंच होनी चाहिए थी। यानी 9.3 इंच अधिक बारिश दर्ज हुई है।
- कोटा पूरा करने वाले जिले: ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, श्योपुर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी
- सबसे अधिक: टीकमगढ़ और निवाड़ी में 42 इंच
- कम बारिश: इंदौर में अभी तक 10 इंच भी नहीं
मध्यप्रदेश में लगातार भारी बारिश से हालात गंभीर बने हुए हैं। कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति है और राहत-बचाव कार्य जारी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे भी सतर्क रहने की अपील की है।