मध्यप्रदेश में जुलाई के अंतिम सप्ताह में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। शुक्रवार को राज्य के 19 जिलों में अति भारी बारिश और 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। कई इलाकों में हालात बाढ़ जैसे बन गए हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
बारिश के कहर की बड़ी घटनाएं
शिवपुरी: पदयात्री परिवार बहा, महिला की मौत
- शिवपुरी के काली पहाड़ी गांव में एक ही परिवार के 15 सदस्य पदयात्रा पर निकले थे।
- रास्ते में उफनते नाले ने 3 लोगों को बहा दिया।
- एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो बच्चियों को बचा लिया गया।
अशोकनगर: बच्चा नाले में बहा, लापता
- मुंगावली में तेज बारिश के चलते ढाई साल का बच्चा नाले में बह गया।
- अब तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है।
विदिशा: गर्भवती महिला को रस्सियों से बचाया
- सिरोंज में एक कार पुलिया से बह गई।
- ग्रामीणों ने ट्रैक्टर और रस्सी की मदद से यात्रियों को बचाया।
- ग्यारसपुर में एक गर्भवती महिला को पुलिस और होमगार्ड की टीम ने रस्सी के सहारे पुल पार कराकर अस्पताल पहुंचाया।
मौसम विभाग की चेतावनी: इन जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट
अति भारी बारिश (ऑरेंज अलर्ट)
जिले: जबलपुर, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, दमोह, बालाघाट, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, उमरिया, शहडोल, कटनी, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली
संभावित वर्षा: अगले 24 घंटे में 8.5 इंच तक
भारी बारिश (यलो अलर्ट)
जिले: ग्वालियर, दतिया, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सागर, शिवपुरी, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, देवास, हरदा, खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी
बारिश का वैज्ञानिक कारण: चार सिस्टम एक्टिव
मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, राज्य में निम्नलिखित चार सिस्टम सक्रिय हैं:
- दो ट्रफ लाइनें
- दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन
- एक मानसूनी ट्रफ राज्य के उत्तरी हिस्से से गुजर रही है
इससे अगले 4 दिनों तक भारी से अति भारी बारिश जारी रहेगी।
अब तक कितनी बारिश हुई?
- मौजूदा औसत: 21.8 इंच बारिश
- होना चाहिए था: 14.6 इंच
- 49% अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई
- निवाड़ी, टीकमगढ़ और श्योपुर में औसत पूरा हो चुका
कम बारिश वाले जिले:
- इंदौर, उज्जैन, शाजापुर, बुरहानपुर और आगर-मालवा — इन जगहों पर अभी तक 10 इंच से भी कम बारिश हुई है।
अगले 2 दिन रहें सतर्क
राज्य में बारिश का कहर फिलहाल थमने वाला नहीं है। प्रशासन ने लोगों से नदी-नालों और पुलों के पास जाने से बचने की अपील की है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतना जरूरी है।